Site icon World's first weekly chronicle of development news

अयोध्या में विरासत-आधुनिकता का संगम

A confluence of heritage and modernity in Ayodhya
ब्लिट्ज ब्यूरो

अयोध्या। उत्तर प्रदेश का अयोध्या शहर आज उस ऐतिहासिक मोड़ पर है, जहां प्राचीन सप्त पुरियों में प्रथम पुरी की आध्यात्मिक पहचान और 21वीं सदी के आधुनिक शहर की आवश्यकताएं एक साथ नया स्वरूप ले रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तैयार किए जा रहे ‘विजन–2031’ के तहत अयोध्या को वैश्विक आध्यात्मिक–पर्यटन केंद्र बनाने का व्यापक खाका तैयार किया गया है। यह योजनाएं आठ प्रमुख आयामों में विभाजित हैं, जिनमें आधारभूत ढांचे से लेकर संस्कृति, सुरक्षा और स्वच्छता तक हर पहलू पर अभूतपूर्व परिवर्तन दिखाई दे रहा है।
सुगम्य अयोध्या
821 एकड़ में बना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बड़े विमानों के लिए तैयार है। अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन को 50,000 यात्रियों की क्षमता वाले आधुनिक टर्मिनल में बदला गया है। राम पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ जैसे चौड़े मार्गों ने शहर के भीतर आवागमन बेहद आसान किया है।
आधुनिक अयोध्या
जीआईएस आधारित मास्टर प्लान–2031, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम, चौराहों पर निगरानी तकनीक और प्रमुख स्थलों पर वाईफाई जैसी सुविधाएं शहर को तकनीक-समर्थ बना रही हैं। एआर-वीआर आधारित 3डी मेटावर्स पर वर्चुअल रामायण दर्शन की तैयारी चल रही है।
स्वच्छ और सुरम्य अयोध्या
एसटीपी विस्तार, 181 गलियों में बुनियादी ढांचे का विकास, स्वच्छता परियोजनाएं, ग्रीन और इलेक्टि्रक क्रिमेशन चैंबर, राम की पैड़ी–नयाघाट सौंदर्यीकरण, गुप्तार घाट का पर्यटन विकास और मियावाकी वन जैसे प्रयास शहर को स्वच्छ और आकर्षक बना रहे हैं।
सांस्कृतिक-आध्यात्मिक अयोध्या
81 दीवारों पर 162 म्यूरल, रामायण थीम पर आधारित स्थल, क्वीन हो मेमोरियल पार्क का जीर्णोद्धार, परिक्रमा मार्गों पर सुविधाएं और प्रमुख कुंडों का विकास सांस्कृतिक विरासत और आस्था दोनों को मजबूत कर रहे हैं।
सक्षम-आयुष्मान अयोध्या
स्कूलों का नवीनीकरण, आईटीआई की स्थापना, बड़े पार्किंग–व्यावसायिक संकुल, नए चिकित्सा भवन, मेडिकल कॉलेज और दो नए अस्पताल अयोध्या को शिक्षा, रोजगार एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहचान दे रहे हैं।
आधुनिक शहर की नींव
अयोध्या शहर इन आठों आयामों के साथ तेजी से एक ऐसे मॉडल आध्यात्मिक–आधुनिक शहर में बदल रही है। इसमें हजारों साल पुरानी पौराणिक विरासत और तेज रफ्तार विकास एक साथ सांस लेती दिख रही है। सरकार का दावा है कि आने वाले वर्षों में अयोध्या न सिर्फ भारत बल्कि विश्व के प्रमुख आध्यात्मिक–पर्यटन केंद्रों में अपनी पहचान को और मजबूत करने की ओर अग्रसर होगा।

Exit mobile version