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टॉप- 100 हथियार बनाने वाली कंपनियों की लिस्ट में 3 भारतीय एचएएल 44वें स्थान पर

3 Indian arms manufacturers in the list of top 100 arms manufacturers, HAL at 44th place
ब्लिट्ज ब्यूरो

नई दिल्ली। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के साथ अपने स्वदेशी रक्षा उद्योग का विस्तार करते हुए भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
ग्लोबल थिंकटैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई यानी सिपरी) की ओर से गत 1 दिसंबर, 2025 को जारी की गई ताजा रिपोर्ट में दुनियाभर की टॉप 100 हथियार बनाने वाली कंपनियों की लिस्ट है जिसमें भारत की तीन कंपनियों के नाम भी शामिल किए गए हैं।
भारत की कौन-कौन सी कंपनियां लिस्ट में शामिल?
सिपरी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस फाइटर जेट बनाने वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) दुनिया के 100 शीर्ष हथियार बनाने वाली कंपनियों की लिस्ट में 44वें स्थान पर है। वहीं, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम बनाने वाली भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) 58वें स्थान पर काबिज है। भारत में जंगी जहाज और पनडुब्बी बनाने वाली मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड (एमडीएल) सिपरी की लिस्ट में 91वें स्थान पर है।
शीर्ष-5 हथियार कंपनियों में 4 अमेरिकी
रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की टॉप-5 हथियार बनाने वाली कंपनियों में से चार कंपनियां अकेले अमेरिका से हैं जिसमें लॉकहीड मार्टिन, आरटीएक्स, नॉर्थरोप ग्रुमैन और जनरल डायनामिक्स शामिल हैं। पहली पांच कंपनियों में से एक इंग्लैंड बेस्ड बीएई सिस्टम्स नाम की कंपनी भी शामिल है जो लिस्ट में चौथे स्थान पर है।
रिकॉर्ड स्तर पर हुई आय
ग्लोबल थिंकटैंक सिपरी ने ‘द सिपरी टॉप 100 आर्म्स-प्रोड्यूसिंग एंड मिलिट्री सर्विसेज कंपनी, 2024’ शीर्षक के साथ अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि दुनिया के शीर्ष 100 हथियार और सैन्य सेवाएं बनाने वाली कंपनियों की बिक्री से होने वाली आय 2024 में रिकॉर्ड 679 अरब डॉलर के आंकड़े तक पहुंच गई है। अमेरिका की टॉप-3 हथियार कंपनियां लॉकहीड मार्टिन, नॉर्थरोप ग्रुमैन और जनरल डायनामिक्स की आय की बात करें तो 2024 में इन तीनों अमेरिकी कंपनियों की संयुक्त आय 3.8 प्रतिशत बढ़कर 334 अरब डॉलर तक पहुंच गई। दुनिया की शीर्ष 100 कंपनियों की लिस्ट में अमेरिका की 39 कंपनियां शामिल हैं जिनमें से 30 कंपनियों की आय में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

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