ब्लिट्ज ब्यूरो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस उपलब्धि को एक बड़ी छलांग बताते हुए लिखा, “एलवीएम3-एम6 का सफल लॉन्च, जिसने भारतीय धरती से लॉन्च किए गए अब तक के सबसे भारी सैटेलाइट, यूएसए के ब्लूबर्ड -2 स्पेसक्राफ्ट को उसकी तय ऑर्बिट में पहुंचाया, भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक गौरवपूर्ण मील का पत्थर है।”
यह लॉन्च भारत की हेवी-लिफ्ट क्षमता, ग्लोबल कमर्शियल मार्केट में हमारी बढ़ती भूमिका और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।
उन्होंने लिखा, “यह भारत की हेवी-लिफ्ट लॉन्च क्षमता को मजबूत करता है और ग्लोबल कमर्शियल लॉन्च मार्केट में हमारी बढ़ती भूमिका को और पक्क ा करता है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में हमारे प्रयासों को भी दिखाता है। हमारे मेहनती अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। भारत अंतरिक्ष की दुनिया में लगातार ऊंचाइयों को छू रहा है।”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी दी बधाई
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ‘एक्स’ पर इसरो को बधाई दी। उन्होंने लिखा, सफल लॉन्च के लिए टीम इसरो को बधाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी संरक्षण में, इसरो लगातार एक के बाद एक सफलता हासिल कर रहा है, जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती ताकत को फिर से साबित करता है।”पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम महत्वाकांक्षा से सफलता की ओर बढ़ा, कांग्रेस के समय के सपने अब वास्तविकता हैं
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने लिखा, “भारत की अंतरिक्ष शक्ति ने एक नई ऊंचाई हासिल की है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम महत्वाकांक्षा से अमल की ओर बढ़ा है, क्षमता से निरंतरता की ओर।
सीधे मिलेगा हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट
अंतरिक्ष में पहुंचाया गया यह नई पीढ़ी का कम्युनिकेशन सैटेलाइट है जो अंतरिक्ष से सीधे साधारण स्मार्टफोन पर हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाएगा। कोई स्पेशल डिवाइस या एंटीना की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह 4जी-5जी कॉल, वीडियो, मैसेज और डेटा कहीं भी उपलब्ध कराएगा।यह मिशन इसरो की कमर्शियल कंपनी न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड यानी एनएसआईएल और अमेरिकी कंपनी एएसटी स्पेसमोबाइल के बीच हुए समझौते का हिस्सा है। कंपनी पहले ही 5 छोटे ब्लूबर्ड सैटेलाइट लॉन्च कर चुकी है जो अमेरिका और कुछ देशों में इंटरनेट सेवाएं दे रही हैं।

