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संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान की खोल दी पोल

India exposed Pakistan in the United Nations
आस्था भट्टाचार्य

नई दिल्ली। भारत ने 80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के संबोधन का तीखा खंडन किया। भारत ने पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ पर ‘बेतुका नाटक’ करने और आतंकवाद का महिमामंडन करने का आरोप लगाया। साथ ही, मई में हुए तनाव में उनकी ‘जीत’ के दावे का मजाक उड़ाया।
महासभा में भारत के उत्तर देने के अधिकार का प्रयोग करते हुए, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव, पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपने देश में एयरबेसों के विनाश को अपनी जीत के रूप में पेश करने की कोशिश की है। उनके इस बयान को खारिज करते हुए, प्रथम सचिव ने इस्लामाबाद पर आतंकवादियों को बचाने और आतंकवाद के केंद्र के रूप में अपनी भूमिका को छिपाने के लिए ‘बेतुके बयान’ गढ़ने का आरोप लगाया।’
एक ऐसा देश जिसकी परंपरा लंबे समय से आतंकवाद को फैलाने और एक्सपोर्ट करने की रही है, उसे इस दिशा में सबसे हास्यास्पद बातें गढ़ने में बिल्कुल भी शर्म नहीं आती। याद कीजिए कि उसने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में भागीदार होने का दिखावा करते हुए, एक दशक तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी थी। उसके मंत्रियों ने हाल ही में स्वीकार किया है कि वे दशकों से आतंकवादी शिविर चला रहे हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि एक बार फिर, यह दोगलापन जारी है, इस बार यह उसके प्रधानमंत्री के स्तर पर है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी
मिशन की फर्स्ट सेक्रेटरी
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की फर्स्ट सेक्रेटरी पेटल गहलोत ने कहा कि इस सभा ने सुबह-सुबह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की बेतुकी नौटंकी देखी। उन्होंने एक बार फिर आतंकवाद का महिमा मंडन किया, जो उनकी विदेश नीति का मुख्य हिस्सा है। किसी भी स्तर का नाटक झूठ तथ्यों को छिपा नहीं सकता है। एक तस्वीर हजार शब्द कहती है, और हमने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बहावलपुर और मुरीदके आतंकी ठिकानों में भारतीय सेना द्वारा मारे गए आतंकवादियों की कई तस्वीरें देखीं।
पेटल गहलोत ने कहा कि जब पाकिस्तानी सेना और सरकार के उच्च अधिकारी खुलेआम ऐसे खूंखार आतंकवादियों की प्रशंसा करते हैं तो इस सरकार की मंशा पर कोई शक नहीं रह जाता। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ हाल के विवाद के बारे में भी अजीब बातें कहीं। भारतीय प्रतिनिधि ने कहा, इस मामले में रिकॉर्ड साफ है कि 9 मई तक पाकिस्तान भारत पर और हमले करने की धमकी दे रहा था, लेकिन 10 मई को सेना ने सीधे हमसे लड़ाई रोकने की गुजारिश की।
धर्म के मामले पर हमें उपदेश दे रहा पाकिस्तान
गहलोत ने कहा कि सच तो यह है कि जैसे पहले भी हुआ है, भारत में निर्दोष नागरिकों पर आतंकी हमलों का जिम्मेदार पाकिस्तान है। हमने ऐसे हमलों से अपने लोगों की रक्षा करने का अपना अधिकार इस्तेमाल किया है और हमलावरों एवं उनके सरगनाओं को सजा दिलाई है।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत के साथ शांति की इच्छा जताई है। अगर वह सच में ईमानदार है तो रास्ता साफ है। पाकिस्तान को तुरंत सभी आतंकी कैंप बंद कर देने चाहिए। साथ ही, भारत में वांटेड आतंकवादियों को हमें सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहा, यह भी अजीब है कि जो देश नफरत, कट्टरता और असहिष्णुता में डूबा हो, वह इस सभा को धर्म के मामलों पर उपदेश दे रहा है।
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