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भारतीय खिलाड़ियों ने तोड़ा 64 साल का रिकॉर्ड

Indian players broke 64 years old record
गुलशन वर्मा

नई दिल्ली। पेरिस में पैरालंपिक में भारत का परचम खूब लहराया। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक के 19 पदकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए 24 मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। यह किसी एक पैरालंपिक में भारत के सबसे ज्यादा मेडल की संख्या है। इनमें पांच स्वर्ण पदक भी शामिल हैं।
भारतीय पैरा एथलीटों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए सिर्फ आधे घंटे में चार मेडल अपने नाम किए। इन 24 पदकों में 5 गोल्ड, 9 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।

भारत के लिए आधे मेडल यानी 10 मेडल पैरा एथलेटिक्स से आए हैं। पैरा बैडमिंटन में भी भारत ने 5 पदकों के साथ शानदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा शूटिंग में 4 और तीरंदाजी में 1 मेडल भारत के खाते में आया। पुरुषों की भाला फेंक एफ46 फाइनल में अजीत सिंह ने 65.62 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर और सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.96 मीटर के सीजन के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। यह पेरिस पैरालिंपिक में एथलेटिक्स में भारत का पहला दोहरा मेडल रहा।

पुरुषों की ऊंची कूद टी63 फाइनल में भी भारत के दो एथलीटों ने मेडल जीते। शरद कुमार (टी42) ने 1.88 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ सिल्वर मेडल जीता और एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड भी बनाया। शरद ने टोक्यो 2021 में जीते गए ब्रॉन्ज मेडल को पेरिस 2024 में सिल्वर में बदल दिया। वहीं, मरियप्पन थंगावेलु (टी42) ने 1.85 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।

पैरालंपिक में भारत 64 साल से भागीदार
पैरालंपिक खेलों में भारत की भागीदारी का इतिहास 64 साल पुराना है। भारत इसमें 1960 से हिस्सा लेता आ रहा है लेकिन साल 2024 में जो हुआ, वो एक नया इतिहास है। जो पेरिस में हुआ, वो पहले किसी पैरालंपिक गेम्स में देखने को नहीं मिला। भारत ने यहां 64 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। ये रिकॉर्ड जीते मेडल की संख्या का तो है ही लेकिन उससे भी बढ़कर एथलेटिक्स में मिली अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी का भी है। भारत ने इस बार दुनिया को चौंकाया है। ये बताते हुए कि अब उसने ट्रैक एंड फील्ड के इवेंट में मास्टरी हासिल कर ली है।

एथलेटिक्स में भारत के मेडल की संख्या दहाई में
पैरालंपिक में पहली बार एथलेटिक्स में भारत के मेडल की संख्या ने दहाई के आंकड़े को छुआ है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। न इस खेल में, न ही किसी और खेल में।

मेडलिस्ट मेडल इवेंट
अवनी लेखरा गोल्ड महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग
मोना अग्रवाल ब्रॉन्ज महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग
प्रीति पाल ब्रॉन्ज महिलाओं की 100 मीटर – टी 35
मनीष नरवाल सिल्वर पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल
रुबीना फ्रांसिस ब्रॉन्ज महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1
प्रीति पाल ब्रॉन्ज महिलाओं की 200 मीटर – टी 35
निषाद कुमार सिल्वर पुरुषों की ऊंची कूद – टी47
योगेश कथुनिया सिल्वर पुरुषों की डिस्कस थ्रो एफ 56
नितेश कुमार गोल्ड बैडमिंटन (पुरुष एकल एसएलथ्री3)
थुलसीमथी मुरुगेसन सिल्वर बैडमिंटन (महिला एकल एसयू5)
मनीषा रामदास ब्रॉन्ज बैडमिंटन (महिला एकल एसयू5)
सुहास यथिराज सिल्वर बैडमिंटन -(पुरुष एकल एसएल 4)
नित्या सिवन ब्रॉन्ज बैडमिंटन -(महिला एकल एसएच6)
राकेश कुमार ब्रॉन्ज -तीरंदाजी (मिश्रित टीम कंपाउंड ओपन)
और शीतल देवी
सुमित अंतिल गोल्ड भाला फेंक एफ 64
दीप्ति जीवनजी ब्रॉन्ज महिलाओं की 400 मीटर टी 20
शरद कुमार सिल्वर पुरुषों की ऊंची कूद टी 63
मरियप्पन थंगावेलु ब्रॉन्ज पुरुषों की ऊंची कूद टी 63
अजीत सिंह सिल्वर पुरुषों की भाला फेंक एफ 46
सुंदर सिंह गुर्जर ब्रॉन्ज पुरुषों की भाला फेंक
धर्मवीर गोल्ड पुरुषों की क्लब थ्रो
हरविंदर सिंह गोल्ड तीरंदाजी

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