ब्लिट्ज ब्यूरो
मुरादाबाद। भारतीय मूल के सबीह खान को एपल ने एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। सबीह खान इस महीने के अंत तक कंपनी में सीओओ (चीफ ऑपरेशन आफिसर) का पद संभालेंगे और मौजूदा सीओओ जेफ विलियम्स की जगह लेंगे जो 2025 के अंत में रिटायर हो रहे हैं। पिछले 30 सालों से सबीह खान एपल के साथ जुड़े हुए हैं और अभी वह ऑपरेशंस में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट की भूमिका निभा रहे हैं।
सबीह खान का जन्म सन 1966 में यूपी के मुरादाबाद में हुआ था, जन्म के कुछ वक्त बाद उनका परिवार सिंगापुर शिफ्ट हो गया और फिर वह अमेरिका चले गए। टफ्ट्स यूनिवर्सिटी से उन्होंने अर्थशास्त्र और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डबल ग्रेजुएशन करने के बाद न्यूयॉर्क के रेंससेलर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री ली।
एपल के साथ सबीह खान का सफर
1995 में जीई प्लास्टिक्स में एप्लीकेशन डेवलपमेंट इंजीनियर और प्रमुख अकाउंट टेक्निकल लीडर के रूप में काम करने के बाद सबीह एपल में शामिल हुए और धीरे-धीरे वह प्रोडक्ट क्वालिटी और सप्लाई चैन की जिम्मेदारी संभालने लगे। 2019 में उन्हें ऑपरेशंस में वाइस प्रेसिडेंट का पद मिला। पिछले कई सालों से उन्होंने एपल के सबसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स को बाजार में लाने और कंपनी की वैश्विक परिचालन रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सबीह खान एक शानदार रणनीतिकार
टिम कुक ने सबीह खान की तारीफ करते हुए एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी, अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग के विस्तार और वैश्विक चुनौतियों के बीच एपल की दक्षता को बढ़ाने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। टिम कुक ने कहा कि सबीह खान के नेतृत्व में लगभग 60 फीसदी कार्बन फुटप्रिंट घटा है। सबीह खान एक शानदार रणनीतिकार हैं, उन्होंने एपल की सप्लाई चैन की देखरेख करते हुए एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग में नई टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में अहम योगदान दिया है।































