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प्रयागराज एयरपोर्ट टॉप 20 में शामिल, रोज बन रहे नए रिकॉर्ड

Prayagraj Airport is included in the top 20, new records are being made every day
ब्लिट्ज ब्यूरो

प्रयागराज। प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने की चाह क्या आम, क्या खास, सबको खींच ला रही है। महाकुंभ के पांच प्रमुख स्नान बीत चुके हैं, बावजूद इसके श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। विशेषकर वीकेंड के आसपास यह संख्या सामान्य स्नान पर्वों से भी अधिक हो जा रही है।

इनमें हवाई मार्ग से पहुंचने वाले श्रद्धालु भी शामिल हैं। विशेषकर चार्टर्ड विमानों से पहुंचने वाले विशिष्ट श्रेणी के श्रद्धालु, जो मेले में भीड़ कम होने का इंतजार कर रहे थे। जनवरी के मुकाबले फरवरी में चार्टर्ड विमान से प्रयागराज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। महाकुंभ के दौरान अब तक करीब 650 चार्टर विमान प्रयागराज पहुंच चुके हैं। इनमें अकेले 11 फरवरी को ही रिकॉर्ड 71 चार्टर्ड विमानों से 429 यात्री प्रयागराज एयरपोर्ट पर लैंड हुए।

एयरपोर्ट पर औसतन 20 से 25 चार्टर्ड विमान रोज पहुंच रहे हैं। इनमें फिल्म और मनोरंजन जगत की सेलिब्रिटीज, राजनेता, उद्योगपति और विदेशी राजनयिक शामिल हैं। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, यह सिलसिला 26 फरवरी तक जारी रहने का अनुमान है।

प्रयागराज में इन दिनों एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। महाकुंभ ने इस क्षेत्र की हवाई यात्रा को पूरी तरह से बदल दिया है। 13 जनवरी से शुरू हुआ यह महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ समाप्त होगा। इसमें श्रद्धालुओं और पर्यटकों की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ रही है।
इसके चलते प्रयागराज एयरपोर्ट पर कई तरह के रिकॉर्ड बन रहे हैं। चाहे एक दिन में यात्रियों की एयरपोर्ट पर संख्या हो, चार्टर्ड विमानों की लैंडिंग हो या कुल फ्लाइट्स की संख्या। महाकुंभ में उमड़ी भीड़ के कारण प्रयागराज एयरपोर्ट भारत के शीर्ष 20 एयरपोर्ट्स में शामिल हो गया है। यह पटना, चंडीगढ़ और गोवा के मोपा जैसे एयरपोर्ट्स से भी आगे निकल गया है।

पहले प्रयागराज एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या सामान्य रहती थी लेकिन अब यहां रोजाना उतने ही यात्री आ-जा रहे हैं, जितने महाकुंभ शुरू होने से पहले पूरे महीने में आते थे। महाकुंभ के लिए एयरपोर्ट के टर्मिनल और एप्रन क्षेत्र को बढ़ाया गया है। इसके चलते अब रात में भी विमानों का संचालन हो रहा है जिससे काफी ज्यादा विमान उड़ान भर पा रहे हैं। महाकुंभ से पहले के मुकाबले अब उड़ानों की संख्या चार गुना से भी अधिक हो गई है।

दिल्ली से सबसे अधिक फ्लाइट
एयरपोर्ट से चलने वाली 283 साप्ताहिक उड़ानों में से 116 स्पाइसजेट की हैं। इंडिगो 82 उड़ानों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि एयर इंडिया की 32 साप्ताहिक उड़ानें हैं। एलायंस एयर की 28 और अकासा एयर की 25 साप्ताहिक उड़ानें हैं। इस दौरान प्रयागराज की कनेक्टिविटी भी बढ़ी है। प्रयागराज अब 17 अलग-अलग शहरों से जुड़ा है। दिल्ली सबसे आगे है, जहां से 87 साप्ताहिक उड़ानें हैं। मुंबई से 53 और बेंगलुरु से 36 उड़ानें हैं।

एक माह में नौवीं बार बना रिकॉर्ड
प्रयागराज ही नहीं, बल्कि आस-पास के इलाके भी इस बढ़ी हुई कनेक्टिविटी का फायदा उठा रहे हैं। अयोध्या और वाराणसी की यात्राएं भी श्रद्धालुओं में लोकप्रिय हो रही हैं। 2019 में प्रयागराज सिविल एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद से एक ही दिन में सर्वाधिक यात्रियों के आवागमन की संख्या 13963, 11 फरवरी को दर्ज की गई। यह एक माह में नौवीं बार है जब प्रयागराज एयरपोर्ट ने अपना पुराना आंकड़ा ध्वस्त कर नया रिकॉर्ड दर्ज किया। इसी दिन सर्वाधिक चार्टर्ड विमान भी इस एयरपोर्ट पर उतरे और उड़े।

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