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आत्महत्या के मामले घटे लेकिन हर 43 सेकेंड में एक व्यक्ति हार रहा जिंदगी की जंग

Suicide cases have decreased but every 43 seconds a person is losing the battle of life
ब्लिट्ज ब्यूरो

नई दिल्ली। भारत सहित पूरी दुनिया में आत्महत्या के मामलों में कमी आई है, लेकिन अब भी हर 43 सेकंड में एक व्यक्ति जिंदगी की जंग हार रहा है। पुरुषों के आत्महत्या करने की दर अधिक है, भारत में महिलाओं के मुकाबले 1.5 गुना अधिक पुरुष आत्महत्या कर रहे हैं। ‘द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ’ में प्रकाशित अध्ययन में यह दावा किया गया है।

तीस सालों में 31 फीसदी घटी आत्महत्या की दर
राहत की बात यह है कि भारत में आत्महत्या से होने वाली मौतों की दर 1990 से 2021 के बीच 31.5% कम हुई है। 1990 में भारत में प्रति एक लाख आबादी पर 18.9 लोग आत्महत्या कर रहे थे, जबकि 2021 में यह संख्या घटकर 13 हो गई है।

जागरूकता से घटे आंकड़े
शोधकर्ताओं ने पाया कि आत्महत्या की रोकथाम में सबसे बड़ी वजह लोगों की जागरूकता, समय पर हस्तक्षेप और सहायता प्रणालियां थीं। हेल्पलाइन और मानसिक स्वास्थ्य पर परामर्श देनेवाले प्लेटफॉर्म अब बड़ी संख्या में हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार पारिवारिक स्थिरता, सामाजिक एकीकरण को बढ़ावा देना और हानिकारक सांस्कृतिक प्रथाओं पर ध्यान देने से मौतों की दर में कमी आई है।

हर चार मिनट में 10 कोशिश
महिलाओं की तुलना में दुनियाभर में पुरुषों में आत्महत्या से मरने की संभावना दोगुनी से अधिक थी। शोधकर्ताओं के अनुसार, हर मिनट, चार पुरुषों और छह महिलाओं को आत्महत्या के प्रयासों की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऐसा करने वालों में महिलाओं की संख्या पुरुषों से तीन गुना अधिक है।

पिछले तीन दशकों में दुनिया भर में आत्महत्या से मौतों में लगभग 40% की गिरावट आई है। सबसे बड़ी गिरावट चीन में दर्ज की गई, वहीं दूसरी तरफ कई देशों में आत्महत्या की दरें बढ़ी हैं। मध्य लैटिन अमेरिका में सबसे अधिक 39% की वृद्धि हुई, जिसमें मैक्सिको में महिला आत्महत्या की दर 123 फीसदी बढ़ी है। एंडियन लैटिन अमेरिका में 13% की वृद्धि हुई है। अधिक आय वाले उत्तरी अमेरिका में 7 फीसदी आत्महत्या की दरें बढ़ी हैं। आत्महत्या से सबसे अधिक मृत्यु दर पूर्वी यूरोप, दक्षिणी उप-सहारा अफ्रीका और मध्य उप-सहारा अफ्रीका में थी। पुरुषों के लिए आत्महत्या मौतों का 19वां प्रमुख कारण था। दक्षिण एशिया में महिलाओं के आत्महत्या की दर सबसे अधिक थी। पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि हिंसा, यौन उत्पीड़न और बचपन के आघात के शिकार लोगों में आत्महत्या का जोखिम अधिक होता है।

प्रमुख देशों में आत्महत्या से मौतें
पुरुष 5,19,000
महिला 2,27,000
भारत : पुरुष 114000 महिला 74900
बांग्लादेश : पुरुष 4200 महिला 1850
पाकिस्तान : पुरुष 10200 महिला 3510
चीन : पुरुष 77500 महिला 53000
कनाडा : पुरुष 3590 महिला 1100
यूएसए : पुरुष 39400 महिला 11300
जापान : पुरुष 15700 महिला 6630
रूस : पुरुष 28200 महिला 6700
यूक्रेन : पुरुष 8260 महिला 1720
यूके : पुरुष 4390 महिला 1360

1990 से 2021 के बीच खुदकुशी से मौतों की दर
प्रति एक लाख आबादी पर मौतें
दुनिया
1990 – 15
2021 – 9.0
भारत
1990 – 19
2021 – 13
बांग्लादेश
1990 – 8.0
2021 – 4
चीन
1990 – 22
2021 – 7.0
अमेरिका
1990 – 12
2021 – 13

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