ब्लिट्ज ब्यूरो
मेरठ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से तैयारियों के संकेत मिलने लगे हैं। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा इस सिलसिले में मेरठ पहुंचे। मेरठ दौरे के दौरान सीईओ ने बताया कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं रहेंगे। इससे अगले चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर वोटरों की लंबी-लंबी कतारें देखने को कम ही मिलेंगी। निर्धारित समय सीमा के भीतर अधिकतम मतदाताओं को ऐसे में अपने मताधिकार के प्रयोग का मौका मिलेगा।
नवदीप रिणवा ने बताया कि इस प्रकार पूरे प्रदेश में लगभग 12 प्रतिशत और कुछ जिलों में इससे अधिक मतदान केंद्र बढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसका फायदा यह होगा कि मतदाताओं को मतदान के लिए लंबी लाइन में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा। मेरठ में आयुक्त सभागार में मुख्य निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में 15 जनपदों के जिलाधिकारी-जिला निर्वाचन अधिकारी को निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण, निर्वाचन प्रक्रिया एवं संबंधित नियम-कानूनों के संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
निर्देशों के बारे में दी जानकारी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में मतदाता सूची की त्रुटियों को दूर करने, बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) को प्रशिक्षण देने, संविधान के प्रावधानों से लेकर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950 के अलग-अलग निर्देशों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि ‘ईआरओ नेट’ एक डाटाबेस है, जिससे मतदाता सूची बनती है।
उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के मुताबिक किन अधिकारियों को बीएलओ के रूप में नियुक्त करना है, उसी के अनुसार बीएलओ की नियुक्ति कराई जा रही है।
मतदान केंद्रों पर रहेंगी मूलभूत सुविधाएं
सीईओ ने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं- पीने का पानी, महिला और पुरुष का अलग शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, साईनेज, दिव्यांगों के लिए रैम्प आदि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।































