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अपने ‘शागिर्द’ को एक और ‘गिफ्ट’ देने की तैयारी में तुर्की

Türkiye is preparing to give another gift to its disciple.
ब्लिट्ज ब्यूरो

अंकारा। तुर्की अपने लड़ाकू ड्रोन को पाकिस्तान में असेंबल करने की तैयारी कर रहा है। इस सिलसिले में पाकिस्तान के अंदर एक फैसिलिटी स्थापित करने पर बातचीत तेज हो गई है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से इस बारे में जानकारी दी है। यह अंकारा की अपनी तेजी से बढ़ती डिफेंस इंडस्ट्री को नए मार्केट में फैलाने की कोशिश का हिस्सा है। रिपोर्ट के अनुसार तुर्की एक्सपोर्ट के लिए मानवरहित हवाई वाहन को असेंबल करने के लिए पाकिस्तान में एक प्लांट खोलने का इरादा रखता है। इस प्रोजेक्ट में स्टेल्थ और लंबे समय तक चलने वाले ड्रोन प्लेटफॉर्म शामिल होंगे।
मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि अक्टूबर से बातचीत में काफी प्रगति हुई है। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने ब्लूमबर्ग के सवालों पर टिप्पणी से मना कर दिया, जबकि पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया है। यह संभावित सहयोग ऐसे समय में हो रहा है, जब तुर्की की डिफेंस और एयरोस्पेस इंडस्ट्री ने एक्सपोर्ट में अच्छी बढ़ोतरी देखी है।
तुर्की का रक्षा निर्यात 30 फीसदी बढ़ा
तुर्की के रक्षा निर्यात के बारे में जारी डेटा से पता चलता है कि जनवरी और नवम्बर के बीच एक्सपोर्ट पिछले साल इसी समय की तुलना में 30 प्रतिशत बढ़कर 7.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो 2025 में अभी एक महीना बाकी होने पर ही तुर्की के पिछले सालाना उच्च स्तर को पार कर चुका है। तुर्की की डिफेंस इंडस्ट्री (एसएसबी) के हेड हलुक गोरगुन ने एक्स पर इन आंकड़ों की घोषणा की।
तुर्की की सबसे बड़ी ड्रोन बनाने वाली कंपनी बायकर है जिसने अब तक लगभग 35 देशों को ड्रोन निर्यात किए हैं। इनका इस्तेमाल यूक्रेन के अलावा अजरबैजान और लीबिया में लड़ाई के दौरान किया गया है। बायकर में मालिकाना हक रखने वालों में सेल्कुक बायरकतर हैं, जो राष्ट्रपति रेचेप तैयार एर्दोगन के दामाद हैं। कंपनी की सफलता में एर्दोगन का भी योगदान है, जो विदेश यात्राओं के दौरान खुद बायकर ड्रोन को प्रमोट करते हैं।
तुर्की और पाकिस्तान के बीच पहले से ही करीबी रक्षा संबंध हैं। अंकारा एक जॉइंट प्रोडक्शन समझौते के तहत पाकिस्तान की नेवी के लिए कॉर्वेट क्लास वॉरशिप बना रहा है। उसने पाकिस्तान के कई एफ-16 फाइटर जेट को मॉडर्न बनाया है। तुर्की के अधिकारियों ने ब्लूमबर्ग को बताया कि अंकारा अब पाकिस्तान को भी अपने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट प्रोग्राम कान (केएएएन) में शामिल करने का इरादा रखता है।

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