ब्लिट्ज ब्यूरो
जयपुर। राजस्थान की चर्चित आईएएस टीना डाबी ने इन दिनों बाड़मेर में खलबली मचा रखी है। टीना डाबी ‘नवो बाड़मेर‘ अभियान से शहर की सूरत बदलने के साथ अब सरकारी कार्यालयों की सूरत भी बदलती हुईं नजर आ रही हैं। इस दौरान टीना डाबी ने अचानक प्राइवेट क्लिनिकों पर छापामार कार्रवाई की।
दरअसल, यहां सरकारी डाॅक्टर ड्यूटी टाइम में प्राइवेट तौर पर रोगियों को देख रहे थे। जब इस बात का जिला कलक्टर को लगा तो वो पैदल ही प्राइवेट अस्पताल पहुंच गईं, जहां डॉक्टर्स मौजूद थे। यहां जिला कलेक्टर ने दो डॉक्टरों को मौके पर पकड़ लिया। ये डॉक्टर सरकारी अस्पताल में उपस्थिति लगाकर रोगियों का इलाज कर रहे थे। इस दौरान टीना डाबी ने दोनों डॉक्टरों को मौके पर पकड़कर उनकी जमकर क्लास लगाई।
जमकर फूटा कलेक्टर का गुस्सा
बाड़मेर में कलेक्टर के रूप में तैनात होने के बाद से टीना फुल एक्शन में हैं। बाड़मेर में स्वच्छता अभियान को लेकर टीना डाबी सड़कों पर उतरीं। इस दौरान टीना गंदगी फैलाने वाले दुकानदारों और ठेला चालकों पर जमकर बिफर पड़ीं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर दुकानदारों को लताड़ते हुए का वीडियो वायरल हुआ। इधर, अचानक तीन टीमों का गठन कर टीना डाबी ने प्राइवेट क्लिनिकों पर छापेमारी की कार्रवाई की। इस दौरान दो डॉक्टर, जो सरकारी अस्पताल में उपस्थिति लगाकर ड्यूटी टाइम में प्राइवेट रूप से रोगी देख रहे थे, उन्हें पकड़ लिया।
– कर रहे थे निजी प्रैक्टिस
लगाई जमकर क्लास
इस दौरान टीना डाबी नेहरू नगर के इलाके में चल रहे सद्भावना क्लिनिक पहुंचीं, जहां सरकारी डॉक्टर रमेश कटारिया अपना प्राइवेट क्लीनिक चलाते हैं। इस दौरान डॉक्टर मरीज देख रहे थे, तभी कलेक्टर ने पीएमओ से फोन पर बात कर कटारिया की उपस्थिति के बारे में पूछा, जहां पता चला कि डाॅक्टर ने हॉस्पिटल में उपस्थिति दर्ज करवाकर रखी थी। इसी तरह दूसरी टीम के एसडीएम वीरमाराम ने सरकारी अस्पताल के क्वाटर्स में प्राइवेट तौर पर रोगियों को देख रहे डॉक्टर महेंद्र चैधरी को पकड़ा। इस पर टीना ने डॉक्टरों की जमकर क्लास लगाई। साथ ही उन्होंने पीएमओ को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
उपस्थिति रजिस्टर में डाॅक्टरों के कॉलम खाली मिले
इधर, दो डॉक्टरों के प्राइवेट तौर पर रोगियों को देखने के मामले के बाद कलेक्टर ने हॉस्पिटल का उपस्थिति रजिस्टर चेक किया। इस दौरान उन्होंने रजिस्टर में देखा कि कई डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों के उपस्थित का काॅलम खाली मिले। इसको लेकर उन्होंने पीएमओ को जांच करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हर महीने चार छुट्टियां मिलती है, अगर इससे अधिक यदि किसी डॉक्टर की छुट्टियां हुई, तो उन पर कार्रवाई होगी। मीडिया से बातचीत के दौरान टीना डाबी ने कहा कि हमारी नजर सभी डॉक्टरों पर बनी हुई है, क्योंकि इसको लेकर कई बार हमारे पास शिकायत आ चुकी है।