ब्लिट्ज ब्यूरो
जयपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उदयपुर स्थित मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के 32वें दीक्षांत समारोह में कहा कि यह गर्व की बात है कि जिनको यहां मेडल दिया जा रहा है, उनमें बेटियों की संख्या ज्यादा है। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा के सशक्तिकरण की बात कही। उन्होंने छात्रों से कहा कि ऐसा कोई काम न करें जिससे उनके चरित्र पर दाग लगे। इस विश्वविद्यालय से राजनीति, शिक्षा, प्रशासनिक क्षेत्र में निकलने वालों की प्रभावशाली सूची है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के विवेकानंद ऑडिटोरियम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि आज बेटियां सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही हैं। वे समाज और राष्ट्र के लिए आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि राणा सांगा, महाराणा प्रताप और मीरा का यह क्षेत्र शक्ति और भक्ति का संगम है। मुझे बताया गया कि आज मैडल पाने वालों में बेटियों की संख्या ज्यादा है। छात्र तो बधाई के हकदार हैं ही लेकिन बेटियों को भी मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी हो रहा है। उन्होंने छात्रों को हमेशा ‘छात्र की भावना’ बनाए रखने की सलाह दी। समारोह में राष्ट्रपति ने शुरुआत में कुछ छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल प्रदान किए। दीक्षांत समारोह में 85 विद्यार्थियों को 102 गोल्ड मेडल दिए गए जिसमें 16 छात्र और 69 छात्राएं शामिल हैं। इन गोल्ड मेडल में आठ चांसलर मेडल भी शामिल हैं जिनमें दो छात्र और छह छात्राएं हैं। हर साल दिए जाने वाले स्पॉन्सर गोल्ड मेडल के क्रम में डॉ. सीबी मामोरिया, प्रो. विजय श्रीमाली, प्रो. आरके श्रीवास्तव, विजय सिंह देवपुरा, पीसी रांका, प्रो. ललित शंकर-पुष्पा देवी शर्मा स्मृति में गोल्ड मेडल हैं। कुल 68 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई जिसमें 35 छात्राएं और 33 छात्र शामिल थे। पीएचडी डिग्रियों में विज्ञान और सामाजिक विज्ञान संकाय में 16-16, वाणिज्य में 14 संकाय में 16 प्रबंधन और विधि में एक-एक, मानविकी संकाय में दस, पृथ्वी विज्ञान संकाय में तीन और शिक्षा संकाय में सात विद्यार्थी शामिल हैं।
गांवों को गोद लिया
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मुझे यह जानकर
खुशी हुई कि विश्वविद्यालय ने कई गांवों को गोद लिया है और छात्रों को गांव के विकास में शामिल किया है।