ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। ईरान ने जब इस्राइल पर मिसाइल दागी, उसके बाद ही इस्राइल ने उसे चेतावनी दे डाली कि वह इसका बदला लेगा। अमेरिका शुरू से ही इस्राइल को सपोर्ट कर रहा है लेकिन साथ ही कहा है कि अगर इस्राइल, ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को निशाना बनाता है तो वह उसका सपोर्ट नहीं करेगा। ऐसे में इस्राइल के पास अब क्या विकल्प हैं? जानकारों का कहना है कि इस्राइल और ईरान की दूरी को देखते हुए ग्राउंड अटैक का विकल्प नहीं है, लेकिन हवाई हमले और मिसाइल अटैक का विकल्प दोनों के ही पास ही है। इस्राइल के लिए ‘अनिश्चितता’ बनाकर रखना ही सबसे सही विकल्प होगा।
डिफेंस एक्सपर्ट लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी (रिटायर्ड) कहते हैं कि इस्राइल के सामने अभी सबसे सही विकल्प यह है कि वह जवाबी कार्रवाई न करे। अगर वह जवाबी कार्रवाई करता है तो युद्ध चलता रहेगा। इस्राइल ने कहा कि वह अपने वक्त और तरीके से जवाब देगा। इसी अनिश्चितता का इस्राइल को इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे सामने वाले को लगे कि कभी भी, कहीं भी अटैक हो सकता है। अगर इस्राइल, ईरान के ऑयल इंस्टॉलेशन पर अटैक करता है तो ईरान भी जवाब देगा। अमेरिका भी युद्ध को बढ़ाने के हक में नहीं है और इस्राइल के साथ खड़ा है।