ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारतीय सेना के नॉर्दर्न कमांड ने 550 स्वदेशी मशीन पिस्टल ‘अस्मि’ (एएसएमई) की खरीद को हरी झंडी दे दी है। इससे पहले भी 550 गन्स खरीदी गई थीं। भारतीय सेना के इस ऑर्डर से रक्षा उद्योग को काफी बढ़ावा मिलेगा। इस गन को कर्नल प्रसाद बंसोड ने डीआरडीओ के साथ मिलकर बनाया था। बाद में इसे हैदराबाद की लोकेश मशींस नाम की कंपनी बना रही है। यह बंदूक पूरी तरह से स्वदेशी है।
नजदीकी जंग यानी क्लोज कॉम्बैट में छोटे, घातक और हल्के हथियारों का इस्तेमाल होता है। ऐसे में ‘अस्मि’ काफी कारगर साबित होगी। अस्मि एक संस्कृत शब्द है, जिसका मतलब है गर्व, आत्मसम्मान और कड़ी मेहनत। इसे बनाने में 4 महीने लगे थे।