ब्लिट्ज ब्यूरो
रियो डी जेनेरियो। गरीबी और भूख से लड़ने के लिए वैश्विक गठबंधन बनाने के समझौते के साथ ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन हुआ। अपने आरंभिक भाषण में ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभाव दुनिया भर में देखे जा सकते हैं। उन्होंने दुनिया के तापमान में वृद्धि और गरीबी को दूर करने के लिए नेताओं से कार्रवाई करने का आह्वान किया। लूला ने कहा कि जो गठबंधन शुरू किया है, वह भूख और गरीबी को मिटाने के वैश्विक प्रयासों का समन्वय करता है। लूला ने कहा कि भूख और गरीबी अभाव या प्राकृतिक घटनाओं का परिणाम नहीं है।
बाइडन का अमेजन फंड में अतिरिक्त 50 मिलियन डॉलर देने का वादा
सामाजिक समावेशन और भुखमरी तथा गरीबी के खिलाफ लड़ाई पर आयोजित सत्र में जलवायु परिवर्तन पर बड़े वादे किए गए। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रमुख जलवायु पहलों की घोषणा की। बाइडन ने अमेजन फंड में योगदान के रूप में अतिरिक्त 50 मिलियन डॉलर देने का वादा किया। अमेरिका ने पहले 50 मिलियन डॉलर का योगदान दिया है।
हमें शांति के लिए कदम बढ़ाना चाहिए: गुटेरस
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने जी-20 देशों से वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए नेतृत्व करने का आग्रह किया, जिसमें गाजा, लेबनान, यूक्रेन और सूडान जैसे युद्धग्रस्त क्षेत्रों में शांति स्थापित करना शामिल है। गुटेरेस ने कहा कि शांति के लिए मिलकर कदम बढ़ाना चाहिए।
संस्थाओं में बदलाव ज़रूरी: मोदी
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 समिट में शामिल होने के लिए ब्राजील पहुंचे। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद पहली बार उनकी यहां राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात हुई।
– पीएम ने कहा, जिस तरह हमने अफ्रीकी संघ को सदस्यता देकर ग्लोबल साउथ की आवाज बुलंद की, उसी तरह वैश्विक शासन की संस्थाओं में भी सुधार करेंगे।
– भारत में पिछले साल आयोजित जी20 का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ इस समिट में भी उतना ही प्रासंगिक है जितना कि पिछले साल था।
– पीएम ने कहा, हम भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन के लिए ब्राजील की पहल का समर्थन करते हैं। हमने बीते 10 साल में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।
भूख-गरीबी सियासी निर्णयों का नतीजा : लूला डिसिल्वा
गरीब परिवार में जन्मे और धातुकर्मी संघ का गठन करके राजनीति में कदम रखने वाले ब्राजीलियाई राष्ट्रपति डिसिल्वा ने कहा, भूख व गरीबी किसी अभाव या प्राकृतिक घटनाओं का नहीं, बल्कि राजनीतिक निर्णयों का नतीजा होती हैं। इन्हें मिटाने के लिए वैश्विक प्रयासों के समन्वय के लिए गठबंधन की पहल को अफ्रीकी व यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय संगठनों का समर्थन प्राप्त है।
मोदी-शी में जो सहमति बनी, लागू करेंगे : चीन
चीन ने कहा कि वह रूस में राष्ट्रपति शी चिनफिंग और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच बनी आम सहमति लागू करने को तैयार हैं। दोनों नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाली बाकी जगहों से सैनिकों की वापसी और वहां गश्त पर करार का सपोर्ट किया था।