ब्लिट्ज ब्यूरो
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में गुवाहाटी कॉन्फ्रेंस के दौरान ‘स्मार्ट’ पुलिसिंग फॉर्मूला दिया था। उन्होंने उसी फॉर्मूले का विस्तार किया है। पीएम मोदी ने स्मार्ट (यानी ‘एसएमएआरटी) पुलिसिंग के अपने फॉर्मूले को आगे बढ़ाते हुए पुलिस को स्ट्रैटेजिक (रणनीतिक), मैटिकुलस (सावधान), अडॉप्टेबल (परिस्थितियों के साथ ढलना), रिलायबल (विश्वसनीय) और ट्रांसपेरेंट (पारदर्शी) होने को कहा।
वह 59वीं डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) कॉन्फ्रेंस के समापन सत्र में बोल रहे थे। इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस में डीजीपी और आईजीपी स्तर के करीब 250 अधिकारी शामिल हुए। इसके अलावा 750 से ज्यादा अधिकारियों ने वर्चुअली भाग लिया। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल हुए।
भारत की ‘दोहरी एआई’ का इस्तेमाल करें
कॉन्फ्रेंस में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, साइबर क्राइम, आर्थिक सुरक्षा, तटीय सुरक्षा और तस्करी सहित राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मौजूदा और उभरती हुई चुनौतियों पर विस्तार से बातचीत हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने डिजिटल फ्रॉड, साइबर क्राइम और एआई टेक्नोलॉजी से पैदा हुए खतरों के समाधान के रूप में भारत की दोहरी एआई पावर यानी आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और एस्पिरेशनल इंडिया का प्रयोग करके चुनौती को अवसर में बदलने का सुझाव दिया।
लक्ष्य पूरा करके सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दें
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कुछ अहम समस्याओं को हल करने के लिए राष्ट्रीय पुलिस हैकाथॉन के आयोजन पर विचार करने का सुझाव दिया। उन्होंने गृह मंत्रालय से लेकर पुलिस स्टेशन तक सभी सुरक्षा संस्थानों को किसी भी सुरक्षा चुनौती पर लक्ष्य निर्धारित करके अगले साल सरदार पटेल की 150वीं जयंती तक उसे पूरा करके उन्हें श्रद्धांजलि देने को कहा।
2014 के बाद से दिल्ली के बाहर हो रही कॉन्फ्रेंस
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने इस कॉन्फ्रेंस में गहरी दिलचस्पी ली है। साल 2013 से पहले यह सालाना बैठक नई दिल्ली में होती थी। मोदी सरकार में गृह मंत्रालय और खुफिया ब्यूरो ने इसे दिल्ली से बाहर आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद यह सम्मेलन अब तक गुवाहाटी (असम), कच्छ के रण (गुजरात), हैदराबाद (तेलंगाना), टेकनपुर (ग्वालियर, मध्य प्रदेश), स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (केवड़िया, गुजरात), पुणे (महाराष्ट्र), लखनऊ (उत्तर प्रदेश) और जयपुर (राजस्थान) में आयोजित किया जा चुका है।
तीन दिन ओडिशा दौरे पर रहे मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और हालिया विधानसभा चुनावों और उपचुनाव में भाजपा की जीत का श्रेय उन्हें दिया। पीएम ने कहा कि पहले भाजपा ने ओडिशा में जीत दर्ज की, फिर हरियाणा और फिर महाराष्ट्र में। ये भाजपा की विशेषता है और भाजपा कार्यकर्ताओं का सामर्थ्य है। मोदी ने भुवनेश्वर में रोड शो भी किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने उनका स्वागत किया। यह पहला मौका था जब कोई पीएम राज्य में 3 दिन तक रुका।
सुदर्शन पटनायक ने ऐसे किया स्वागत
सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी के समुद्र तट पर कलाकृति बनाकर पीएम मोदी और अमित शाह का ओडिशा में स्वागत किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने पर चर्चा
तीन दिनों में देश के शीर्ष पुलिस नेतृत्व ने वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, मादक पदार्थों, साइबर अपराध और आर्थिक सुरक्षा सहित वर्तमान और उभरती राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक रोडमैप तैयार किया। इसमें तीन नए आपराधिक कानूनों और पुलिस से संबंधित सर्वोत्तम प्रथाओं के कार्यान्वयन की प्रगति की भी समीक्षा की गई। मोदी-शाह के दौरे के लिए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए थे।
1965 में स्थापना
उल्लेखनीय है कि 1965 में स्थापित अर्धसैनिक बल बीएसएफ पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी भारतीय सीमा पर तैनात है। 2.65 लाख जवानों के साथ देश में बीएसएफ की 192 बटालियनें हैं जो 6,386.36 किमी लंबी सीमा की चौकसी करती हैं।