ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। मुंबई-पुणे का सफर जल्द ही हायपरलूप से सिर्फ 25 मिनट में तय होगा। इस सफर में अभी तीन-चार घंटे लगते हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हायपरलूप का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। यह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का ड्रीम प्रोजेक्ट है। केंद्र ने अब इसे हरी झंडी दे दी है। फडणवीस के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से इस प्रोजेक्ट को गति मिलेगी। यह देश का पहला हायपरलूप रूट होगा। ट्रेन 1200 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ सकती है, लेकिन मुंबई-पुणे के बीच इसकी स्पीड 600 किमी/घंटा रहेगी। इस ट्रेन का किराया हवाई जहाज के बराबर हो सकता है।
इसके लिए एक खास तरह की ट्रेन बनाई जाएगी जो बिना रुके मुंबई से पुणे तक दौड़ेगी। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हायपरलूप का एक वीडियो शेयर करके इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी है। इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पहले कार्यकाल में इस प्रोजेक्ट को शुरू करने की कोशिश की थी।
– रफ्तार रहेगी 600 किमी प्रति घंटा
प्रोजेक्ट को और तेजी से आगे बढ़ाया जा सकेगा
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से इस प्रोजेक्ट को और तेजी से आगे बढ़ाया जा सकेगा। मुंबई-पुणे रूट देश का पहला हायपरलूप रूट होगा। इस रूट पर चलने वाली ट्रेन हवा में उड़ने वाले हवाई जहाज की तरह तेज रफ्तार से दौड़ेगी। यह ट्रेन 1200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है लेकिन मुंबई और पुणे के बीच यह ट्रेन 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। ।
हायपरलूप क्या है
हायपरलूप एक नई तकनीक है। इसमें एक पॉड में 24 से 28 यात्री बैठ सकते हैं। यह तकनीक सबसे पहले अमेरिका में लॉस एंजेलिस और सैन फ्रांसिस्को के बीच तेजी से सफर करने के लिए सोची गई थी। 2013 में एलन मस्क ने इस तकनीक का आइडिया दिया था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पहले कार्यकाल में ही मुंबई-पुणे रूट के लिए हायपरलूप तकनीक को चुनकर इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताया था।
रेलमंत्री ने क्या कहा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि भारत में रॉकेट जैसी तेज रफ्तार वाली ट्रेन चल सकेगी। इसके लिए 410 किलोमीटर लंबा ट्रैक तैयार किया गया है। इस ट्रैक पर हायपरलूप ट्रेन की टेस्टिंग की जाएगी। यह ट्रेन एक ट्यूब के अंदर हवा रहित जगह में चलेगी। इसमें चुंबकीय तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। आईआईटी मद्रास और रेलवे की टीम ने मिलकर यह ट्रैक बनाया है। इस हायपरलूप तकनीक से मुंबई से पुणे का सफर बेहद आसान और कम समय में पूरा हो जाएगा।