प्रयागराज। 45 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ की तैयारी करीब-करीब पूरी हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ नगर में पहुंचकर मेले का श्रीगणेश कर दिया। हालांकि श्रद्धालुओं का रेला और मेला 13 जनवरी से शुरू होगा। इस बार प्रयागराज के संगम में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। श्रद्धालुओं के इस महासंगम के लिए 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं का प्रधानमंत्री ने शुभारंभ किया। इसमें करीब 1700 करोड़ रुपए की परियोजना केवल भारतीय रेलवे की है, जो कि श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए ट्रेन, स्टेशन परिसर और अन्य सुविधाओं के जरिए उनका सफर आसान बनाएगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार मेले को लेकर रेलवे ने प्रयागराज क्षेत्र के करीब नौ रेलवे स्टेशनों को इस तरह से सुसज्जित किया है कि लंबी दूरी से लेकर कम दूरी के शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं को न तो ट्रेनों की कमी होगी और न ही उन्हें स्टेशनों पर आवाजाही के लिए मारामारी का सामना करना पड़ेगा। भारतीय रेलवे की ट्रेनों से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या करीब 40 प्रतिशत से अधिक बताई जा रही है। यही कारण है कि महाकुंभ मेले के दौरान करीब 13000 ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनमें 3000 ट्रेन स्पेशल ट्रेन होंगी जो कि रेलयात्रियों को देश के विभिन्न शहरों से महाकुंभ नगर पहुंचने का काम करेंगी।
– रेलवे ने श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए कसी कमर
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले के लिए विकास परियोजनाओं में प्रयागराज में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए दस नए रोड ओवर ब्रिज या फ्लाई ओवर, स्थायी घाट और रिवरफ्रांट सड़कें जैसी विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाएं शामिल हैं। रेल अधिकारियों ने
बताया कि प्रयागराज स्टेशन पर एक ऐसा मॉनिटिरंग सिस्टम रेलवे ने बनाया है जो कि पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरों से सुसज्जित है। यहां से स्थानीय सभी रेलवे स्टेशनों पर लगे 2000 सीसीटीवी कैमरों के जरिए महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की आवाजाही पर नजर रखेंगे और सुविधाओं पर नजर रखेंगे। इस कंट्रोल रूम से एआई के माध्यम से असामाजिक तत्वों पर भी नजर की जाएगी। उन्हें चेहरे के पहचान के जरिए पकड़ा जाएगा।
रेलवे के इंतजाम पूरे
प्रधानमंत्री ने झुंसी-दारागंज के बीच नये रेल पुल से ट्रेनों का शुभारंभ किया। जंक्शन समेत अन्य रेलवे स्टेशनों पर विकास कार्य पूरे हुए है। जंक्शन पर इंटरलॉकिंग का काम एक महीने पहले ही पूरा हुआ है। इसके अलावा वाराणसी से प्रयागराज जंक्शन तक लाइन दोहरीकरण भी हुआ है। इसी रेलमार्ग पर झूसी व दारागंज के बीच नया रेलपुल भी बनकर तैयार हुआ है। इसके अलावा रेलवे के कार्य किए गए है।
12 भाषाओं में मिलेगी जानकारी
महाकुंभ में देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी बड़ी तादाद में श्रद्धालु आएंगे। इस चीज को ध्यान में रखते हुए ऐसे कियोस्क डेवलप किए गए है जिसमें अलग- अलग भाषाओं को सम्मिलित किया गया है। कोई भी श्रद्धालु अगर स्टेशन पर आता है तो उसे 12 भाषाओं में कियोस्क के अंदर जानकारी मिलेगी।





























