ब्लिट्ज ब्यूरो
नोएडा। जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के लिए प्रोजेक्ट में खास बदलाव किए गए हैं। प्रस्तावित रेलवे रूट के अलाइनमेंट को संशोधित करते हुए इसे भूमि के नीचे (अंडरग्राउंड) बनाने के बजाय भूमि पर ही बनाने का निर्णय लिया गया है। यह रूट एयरपोर्ट के दक्षिणी हिस्से से गुजरेगा और एविएशन हब के सभी पांच रनवे को एक तरफ रखते हुए डिजाइन किया जाएगा।
उत्तर मध्य रेलवे ने बनाई डीपीआर
इस परियोजना के लिए उत्तर मध्य रेलवे, यमुना प्राधिकरण और एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के बीच सहमति बन चुकी है। रेलवे ने इस प्रस्ताव के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को न केवल सड़क मार्ग बल्कि रेलवे कनेक्टिविटी भी प्रदान की जाएगी जिससे यात्रियों और माल की ढुलाई में बड़ा सुधार होगा।
61 किलोमीटर लंबा होगा रेलवे ट्रैक
इस रूट के तहत दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रेलवे रूट को जोड़ने के लिए 61 किमी लंबा नया रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा। यह ट्रैक हरियाणा के पलवल स्थित रुंधी स्टेशन से शुरू होकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गुजरते हुए दिल्ली-हावड़ा रेलवे रूट पर चोला स्टेशन तक जाएगा।
रेलवे ट्रैक से यात्रियों को एयरपोर्ट टर्मिनल तक पहुंचाने के लिए शटल बस जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इससे यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में सहूलियत होगी। दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा रेल रूट को जोड़ने वाला यह ट्रैक यात्रियों के साथ-साथ कार्गो परिवहन के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। एयरपोर्ट और रेलवे रूट पर कार्गो की ढुलाई के लिए एक नया मार्ग तैयार होगा, जो समय और लागत दोनों बचाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर बनाया जाएगा, जो सड़क, नमो भारत रेल और प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल रूट को जोड़ने का केंद्र होगा। यह सेंटर एयरपोर्ट के दोनों रनवे के बीच भूमिगत होगा।





























