ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा के दिग्गज प्रोड्यूसर और डायरेक्टर श्याम बेनेगल का बीते दिन निधन हो गया। 90 साल के डायरेक्टर के अचानक निधन की खबर से फैंस के साथ-साथ पूरी फिल्म इंडस्ट्री शोक में है। रिपोर्ट्स की मानें तो डायरेक्टर और राइटर पिछले काफी समय से किडनी संबंधित बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर की जानकारी बेटी पिया बाजपेयी ने दी।
श्याम बेनेगल के निधन पर राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया है।
श्याम बेनेगेल को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए कई सितारे और फिल्म इंडस्ट्री के लोग एकजुट हुए। शबाना आजमी सहित कई सितारों ने उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
नसीरुद्दीन शाह-गुलजार की आंखें हुई नम
श्याम बेनेगल की अंतिम विदाई के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं। उनको राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। अपने प्रिय डायरेक्टर को अंतिम विदाई देते हुए एक तरफ जहां नसीरुद्दीन शाह की आंखें नम हो गई, वहीं दूसरी तरफ गुलजार साहब भी उनके पार्थिव शरीर के सामने हाथ जोड़ते हुए काफी भावुक नजर आए।
इन सितारों के अलावा बोमन ईरानी, विक्क ी कौशल के पिता श्याम कौशल और इला अरुण समेत इंडस्ट्री के कई कलाकार अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
आपको बता दें कि जब श्याम बेनेगल 1988 में दूरदर्शन पर अपना शो ‘भारत एक खोज’ लेकर आए थे, तो उसमें नसीरुद्दीन शाह ने भी काम किया था। वह श्याम बेनेगल के काफी करीब थे।
उनके निधन की जानकारी मिलने के बाद सोशल मीडिया पर भी कई सितारों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। शबाना आजमी ने लिखा, श्याम बेनेगल जी मेरे गुरु की तरह रहे हैं, जिन्होंने एक्टिंग के साथ-साथ मेरी जिंदगी जीने के दृष्टिकोण को भी काफी प्रभावित किया। उनका जाना एक बहुत बड़ा नुकसान है।
अक्षय कुमार ने लिखा, श्याम बेनेगल जी के निधन की खबर को सुनकर बहुत दुख पहुंचा है। वह हमारे देश के सबसे बेहतरीन फिल्मकारों में से एक रहे हैं, एक दिग्गज हैं। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे।
शेखर कपूर ने लिखा, उन्होंने सिनेमा की नई लहर का निर्माण किया। श्याम बेनेगल को हमेशा ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने अंकुर, मंथन व अनगिनत फिल्मों के साथ भारतीय सिनेमा की दिशा बदल दी थी। अलविदा मेरे दोस्त और मार्गदर्शक।
मनोज बाजपेयी ने लिखा, श्याम बेनेगल सिर्फ एक लीजेंड नहीं थे, वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने कहानी कहने की कला को नई परिभाषा दी और पीढ़ियों को प्रेरित “।
श्याम बेनेगल ने बनाई एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में
श्याम बेनेगल की पहली फीचर फिल्म 1974 में रिलीज हुई थी। उन्होंने फिल्म ‘अंकुर’ बनाई जिसके लिए उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड फॉर सेकेंड बेस्ट फीचर फिल्म से सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्होंने चरणदास चोर, निशांत, मंथन, भूमिका, जुनून, कलयुग और वेलकम टू सज्जनपुर जैसी फीचर फिल्में की। वह डायरेक्शन के साथ-साथ राइटिंग में भी काफी अच्छे थे।
8 बार जीते नेशनल अवॉर्ड
टेलीविजन और फिल्मों में अहम योगदान के देने के साथ श्रेष्ठ फिल्म निर्माण व निर्देशन के लिए उन्होंने 8 बार नेशनल अवॉर्ड जीते थे।