ब्लिट्ज ब्यूरो
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे-बारामती को जोड़ने वाली सड़क पर पिछले दिनों को एक एसयूवी पेड़ से टकरा गई थी। इसमें दो ट्रेनी पायलट की मौत हो गई थी। इस घटना में दो अन्य और घायल हुए थे। इनमें राजस्थान के पोखरण की रहने वाली चेष्टा बिश्नोई भी शामिल थीं। हादसे के बाद से चेष्टा कोमा में थी। चेष्टा की पुणे के अस्पताल में मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले परिवार ने चेष्टा के अंगों को दान करके चौंका दिया।
राजस्थान की रहने वाली ट्रेनी पायलट चेष्टा बिश्नोई। घूमने निकली चेष्टा पायलट बनने की राह पर थीं। चेष्टा ने निर्धारित 200 घंटे की उड़ान के प्रशिक्षण में 68 घंटे की ट्रेनिंग हासिल कर ली थी। उनकी दो साल की पायलट ट्रेनिंग बाकी थी।चेष्टा के भाई ने बताया कि चेष्टा के हृदय, लीवर, दोनों किडनी, अग्न्याशय जैसे अंग दान किए गए हैं।