ब्लिट्ज ब्यूरो
ओटावा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो नए साल की शुरुआत में सत्ता गंवा सकते हैं। रॉयटर्स के मुताबिक न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत सिंह ने पीएम ट्रूडो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। जगमीत सिंह ने कहा कि वह अगले महीने अल्पमत वाली लिबरल सरकार को गिराने के लिए कदम उठाएंगे ताकि देश में फिर से चुनाव हो सकें।
जगमीत सिंह ने कहा- इससे फर्क नहीं पड़ता कि लिबरल पार्टी का नेतृत्व कौन करता है। इस सरकार का समय समाप्त हो गया है। हम हाउस ऑफ कॉमन्स की अगली बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे।
यह बैठक 27 जनवरी के बाद हो सकती है। जगमीत सिंह की एनडीपी और जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी ने इसी साल सितंबर में समझौता तोड़ दिया था। तब जगमीत सिंह ने कहा था कि लिबरल पार्टी व्यापारियों के आगे झुक गई है। वह बदलाव नहीं ला पा रही है इसलिए वे गठबंधन से हट रहे हैं। हालांकि गठबंधन से हटने के बाद भी जगमीत बीते 4 महीने से ट्रूडो सरकार को पद पर बनाए रखने में मदद कर रहे थे। अब अगर विपक्षी पार्टियां एनडीपी के प्रस्ताव का समर्थन करती हैं, तो ट्रूडो की सरकार का गिरना तय है। ट्रूडो 9 साल से कनाडा के प्रधानमंत्री हैं। जगमीत सिंह, ट्रूडो सरकार में किंगमेकर की भूमिका निभा रहे थे।
संसद में अल्पमत
संसद में ट्रूडो की पार्टी के पास 153 सीटें हैं। सत्ता में बने रहने के लिए पार्टी को 17 सीटें और चाहिए। अब तक 25 सीटों वाली एनडीपी उसका समर्थन कर रही थी। विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के पास 120 सीटें हैं। कनाडा के हाउस में कॉमन्स में 338 सीटें है। देश में हुए कई सर्वे के मुताबिक कनाडा में अगर चुनाव होते हैं तो कंजरवेटिव पार्टी को बहुमत मिल सकता है, क्योंकि जनता बढ़ती महंगाई से रेशान है। रिपोर्ट के मुताबिक जगमीत सिंह का अविश्वास प्रस्ताव लाना उनकी पार्टी के लिए भी जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि सर्वे में एनडीपी भी काफी अंतर से पिछड़ रही है।
बहुमत के लिए ट्रूडो की पार्टी को अब क्यूबेक पार्टी (33 सीटें) का साथ चाहिए होगा। हालांकि क्यूबेक पार्टी ने विपक्षी पार्टी का साथ देने का वायदा किया है। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिएवर ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि वे जबरदस्ती सरकार गिराने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, अब ये जाहिर हो चुका है कि ट्रूडो संसद का विश्वास खो चुके हैं।
बढ़ रही नाराजगी
लिबरल पार्टी में भी ट्रूडो के खिलाफ सासंदों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। अब तक लगभग 20 लिबरल सांसद ट्रूडो को पद छोड़ने के लिए कह चुके हैं।
जगमीत सिंह कौन हैं
जगमीत सिंह 2017 से एनडीपी के चीफ हैं। वे किसी कनाडाई पार्टी की कमान संभालने वाले पहले नेता हैं। उनका जन्म 1979 में कनाडा के ओंटारियो में हुआ था। उनके माता-पिता बेहतर जीवन की तलाश में पंजाब से कनाडा चले गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक जगमीत 2011 में संसद के सदस्य बने। जगमीत सिंह को 2013 में भारत ने वीजा देने से इनकार कर दिया था। उन पर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और कट्टरपंथियों के साथ संबंध रखने का आरोप था।
जगमीत सिंह पर खालिस्तानी विचारधारा को समर्थन देने का आरोप लगता रहा है। तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है। वीजा रद होने के बाद जगमीत सिंह ने आरोप लगाया कि 1984 से सिख विरोधी दंगे के पीड़ितों के लिए आवाज उठाने की वजह से सरकार उनसे नाराज थी। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें पंजाब में ‘सिख ऑफ द ईयर’ से सम्मानित करने के लिए बुलाया गया था।
कनाडाई वेबसाइट ग्लोब एंड मेल के मुताबिक जगमीत सिंह ने जून 2015 में खालिस्तान के समर्थन में सैन फ्रांसिस्को में एक रैली में भाग लिया था। उन्हें भिंडरावाला के पोस्टर के साथ मंच पर बोलते सुना गया। इस दौरान जगमीत ने भारत सरकार पर सिखों के नरसंहार का आरोप लगाया था।