ब्लिट्ज ब्यूरो
नागपुर। महाराष्ट्र राज्य कौशल विद्यापीठ अब स्वर्गीय रतन टाटा के नाम से जाना जाएगा। महाराष्ट्र राज्य कौशल विद्यापीठ (दूसरा संशोधन) विधेयक 2024 विधान परिषद में चर्चा के बाद पारित कर दिया दिया गया। महाराष्ट्र विधानसभा में पहले ही मंजूर किया गया है। कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने विधान परिषद में महाराष्ट्र राज्य कौशल विद्यापीठ का नाम रतन टाटा के नाम पर रखने का विधेयक रखा। इस पर विधान परिषद के विभिन्न सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया।
विधान परिषद में विधेयक सर्वसम्मति से पारित
निर्णय का स्वागत करते हुए विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। इस साल अक्टूबर में महाराष्ट्र राज्य कौशल विद्यापीठ का नाम स्व. रतन टाटा के नाम देने का मंत्रिमंडल में निर्णय लिया गया था। लोढ़ा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों के विकास में स्व. रतन टाटा का योगदान अद्वितीय है। उन्होंने समय-समय पर नए उद्योगों का समर्थन किया है। उद्योग के क्षेत्र में इस महान व्यक्तित्व के काम के सम्मान में महाराष्ट्र राज्य कौशल विद्यापीठ का नाम बदलकर ‘रतन टाटा महाराष्ट्र राज्य कौशल विद्यापीठ’ कर दिया गया है।
नाम बदलने से होंगे ये बदलाव
विद्यापीठ का उद्देश्य उद्योग के लिए एक कुशल कार्यबल का निर्माण करना और नवोन्मेषकों के विचारों को बढ़ावा देना है। यह उद्देश्य रतन टाटा की सोच का प्रतीक है और इसका कार्यान्वयन उनके काम के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस नाम परिवर्तन से विद्यापीठ के माध्यम से तकनीकी प्रगति में तेजी आएगी और रतन टाटा के नाम पर बने विद्यालयों में अध्ययन करके युवा गर्व महसूस करेंगे।