ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने डाक विभाग का मुनाफा बढ़ाए जाने और भविष्य के अन्य सुधारों से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा की। उन्हेंनि डाक विभाग को वर्ष 2029 तक मुनाफे का केंद्र बनाने का खाका भी पेश किया। साथ ही जानकारी दी कि विभाग से जुड़ी लागतों को युक्तिसंगत बनने की दिशा में कम चल रहा है। विभाग का अधिकतम काम डिजिटल हो, इसके लिए अधिकांश कामों को डिजिटल बनाने का लक्ष्य है।
बैठक में डाक विभाग ने वित्त मंत्री के सामने अपनी पूंजीगत मांगों को विस्तार से रखा। सिंधिया ने कहा कि हमारा उद्देश्य इंडियन पोस्ट के माध्यम से ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करना और उसे एक लाभ कमाने वाली लॉजिस्टिक संस्था बनाने का है। आज हमारे पास देशभर में नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा पाई जा रही बिजनेस प्रोसेस इंजीनियरिंग (बीपीआर) में निवेश करने से वित्त मंत्रालय को काफी लाभ होगा। हम देशभर में डाकघरों के बुनियादी ढांचे के विकास और नवीनीकरण के साथ कर्मचारियों की आवासीय सुविधा पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। आज विभाग भविष्य में कुशल संचालन की दिशा में काम कर रहा है।
बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर काम हो रहा
इंडिया पोस्ट अगले पांच से सात (2029-19) वर्षों में अपने अधिकांश उत्पादों के लिए बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर काम कर रहा है। इसके साथ ही राजस्व बढ़ाने और उद्योग में प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता के साथ आगे बढ़ रहा है। ध्यान रहे कि लॉजिस्टिक्स संचालन को मजबूर करने के लिए इंडिया पोस्ट ने ई-कॉमर्स क्षेत्र को अमेजन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।