ब्लिट्ज ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। नए साल का जश्न मनाने लोग बाहर जाते हैं। देश दुनिया की सैर करते हैं। होटल, मॉल और रेस्तरां आदि बुक कर पार्टी करते हैं लेकिन ग्रेटर नोएडा के गांव कचैडा में ऐसा पहली बार हुआ, जब गांव के लोग जश्न मनाने बाहर नहीं गए। वे मास्टर धर्मपाल के आवास पर पहुंचे। जहां नव वर्ष का जश्न मनाया गया। डीजे की धुन और लजीज व्यंजनों की खुशबू ने इस जश्न में चार चांद लगा दिए। यह जश्न एक ऐसी बेटी की सफलता पर मनाया गया, जिसने गौतमबुद्ध नगर जिले में कीर्तिमान स्थापित किया है। गांव की शान बनी यह बेटी शिवांगी नागर है।
माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के बाद ओरेकल
नव वर्ष की पूर्व संध्या पर अमेरिका से लौटी इस बेटी ने गांव कचैडा का नाम इतिहास में दर्ज करा दिया है। शिवांगी जिले की पहली ऐसी बेटी है, जिसे अमेरिका के आस्टिन की ओरेकल कंपनी में 1 करोड़ 80 लाख के पैकेज पर बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी पर नियुक्त किया गया है। ओरेकल कंपनी सॉफ्टवेयर कंपनियों में विश्व की तीसरे नंबर की कंपनी है। पहले नंबर पर माइक्रोसॉफ्ट और दूसरे पर गूगल कंपनी हैं ।
दिल्ली में शिक्षक रहे मास्टर धर्मपाल सिंह की सुपौत्री और एलआईसी के डेवलपमेंट ऑफिसर बिजेंद्र नागर की पुत्री शिवांगी नागर के घर इस दिन त्योहार जैसा माहौल था। बेटी की उपलब्धि से परिजन फूले नहीं समा रहे हैं। वहीं क्षेत्र के लोग भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। शिवांगी की सफलता से केवल कचैडा ही नहीं, बल्कि पूरे ग्रेटर नोएडा वासियों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।