ब्लिट्ज ब्यूरो
टोक्यो। दुनिया में बढ़ते प्रदूषण के बीच जापान के वैज्ञानिकों ने बगैर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के ही ईंन्धन बनाने का नया और आसान तरीका खोज निकाला है। वैज्ञानिकों को इस नए तरीके में पानी और धूप से हाइड्रोजन ईंन्धन निकालने में सफलता मिली है।
यह है विधि: इस प्रक्रिया में 100 वर्गमीटर का रिएक्टर इस्तेमाल किया गया। रिएक्टर फोटोकैटालिटिक शीट का उपयोग कर जल से हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को अलग करता है। हालांकि वैज्ञानिक इस पर आगे शोध कर रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि यदि फोटोकैटालिस्ट अधिक प्रभावी विकसित हो सके, तो हमारी यह खोज सस्ते और टिकाऊ हाईड्रोजन ईंन्धन बना सकता है।
बेहतरीन तकनीक : यह शोध जर्नल फ्रंटियर इन साइंस में प्रकाशित हुआ है। जापान के शिंशु यूनिवर्सिटी में रसायन के प्रोफेसर काजुनारी डोमेन ने कहा, ‘धूप और पानी से हाइड्रोजन ईंन्धन निकाल लेना बेहतरीन तकनीक है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बेहतर रिएक्टर विभिन्न ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सस्ते, टिकाऊ ईंन्धन के उत्पादन को सक्षम करेगा
क्या है हाइड्रोजन ईंन्धन : हाइड्रोजन, ब्रह्मांड में सबसे ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। यह एक स्वच्छ ईंन्धन विकल्प है, इससे वायु प्रदूषण नहीं होता है। हाइड्रोजन ईंन्धन का इस्तेमाल कारों और घरों को बिजली देने के लिए किया जा सकता है
हाइड्रोजन का खजाना : वैज्ञानिकों का दावा है कि पृथ्वी की सतह के नीचे हाइड्रोजन का खजाना मौजूद है। इसका मात्र दो फीसदी हिस्सा ही पूरी धरती पर 200 साल तक बिजली की आपूर्ति कर सकता है। यह हाइड्रोजन पत्थरों और जमीन के नीचे स्रोतों में मौजूद है। हालांकि अभी वैज्ञानिकों को यह पता नहीं है कि यह हाइड्रोजन का भंडार वास्तव में पृथ्वी के नीचे किस हिस्से में है। वे इसका पता लगाने में जुट गए हैं।
जीवाश्म ईंन्धन के इस्तेमाल को कम करने की कोशिश : जलवायु परिवर्तन को देखते हुए, जीवाश्म ईंन्धन के इस्तेमाल को कम करने के लिए वैज्ञानिक वैकल्पिक ईंधन हाइड्रोजन के इस्तेमाल पर काम कर रहे हैं। इससे ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन पर रोक लग जाएगी।