ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। फेसबुक और मेटा के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग अपने बच्चों के स्क्रीन टाइम को लेकर बहुत सतर्क हैं। स्क्रीन से दूर रखने के लिए वे अपने तीनों बच्चों को घर के कामों के साथ टेक्निकल स्किल्स भी सिखाते हैं। पेरेंट्स भी ये गुण सीखकर बच्चाें को मोबाइल व टीवी से दूर रख सकते हैं।
हर दिन बढ़ेगी, आपकी सुरक्षा
बच्चों के पालन पोषण को लेकर पेरेंट्स को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। माता-पिता सबसे ज्यादा बच्चों की मोबाइल और टीवी की लत से परेशान हैं। बच्चों का लगातार बढ़ रहा स्क्रीन टाइम उन्हें बिगाड़ रहा है। अगर आप अपने बच्चों में सुधार चाहते हैं, तो अरबों खरबों के मालिक मार्क जुकरबर्ग से पेरेंटिंग टिप्स ले सकते हैं। अमीर होते हुए भी जुकरबर्ग अपने तीनों बच्चों को टीवी और मोबाइल के सामने नहीं बैठाना चाहते। इसके बजाय वे उन्हें कुछ अनोखी चीजें सिखा रहे हैं। आइए जानते हैं, किस तरह बच्चों की पेरेंटिंग कर रहे हैं जुकरबर्ग।
बच्चों को बांटी जिम्मेदारी
मार्क जुकरबर्ग ने एक इंटरव्यू में बताया था कि खरबों की दौलत होते हुए भी वे अपने बच्चों को सब कुछ नहीं देते । उन्हाेंने अपनी बेटियों पर घर की जिम्मेदारी सौंपी है। वह कहते हैं कि उनके पास घर में करने के लिए कई काम हैं।
बर्तन धोते हैं बच्चे
सोशल मीडिया पर उनके बच्चों का डिशवॉशर में बर्तन धोते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। इससे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जुकरबर्ग अपने बच्चाें को छोटे मोटे काम करना सिखाते हैं, ताकि उनका ध्यान टीवी और मोबाइल से हट सके।
अपने साथ ऑफिस ले जाते हैं
जुकरबर्ग ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि वे और उनकी पत्नी अपने बच्चों को काम पर साथ ले जाते हैं। इससे उन्हें समझने में मदद मिलती है कि हम क्या काम करते हैं, कैसे करते हैं।
वीडियो चैट की परमिशन
जुकरबर्ग अपने बच्चों को मोबाइल नहीं देते लेकिन रिश्तेदारों के साथ वीडियो चैट करने की परमिशन जरूर देते हैं। उनका मानना है कि बच्चों के लिए आपसी बातचीत जरूरी है।
बच्चों को सिखाते हैं टेक्निकल स्किल्स
हालांकि, वह यह भी मानते हैं कि जिस तरह पूरी दुनिया डिजिटल होती जा रही है, बच्चों को डिजिटल स्क्रीन से दूर रखना मुश्किल है। कुछ समय पहले उन्होंने अपने बेटी को कोडिंग सिखाने की तस्वीर शेयर की थी। उनका मानना है कि बच्चों को मोबाइल और टीवी दिखाने के बजाए उन्हें तकनीकी कौशल सिखाना चाहिए।