ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने हमेशा अपनी सक्सेस का पूरा श्रेय पिता को दिया है। इतना ही नहीं, वे उनकी पेरेंटिंग स्टाइल को भी अद्भुत मानते हैं। उन्हाेंने बताया कि – उन्हें याद नहीं कि उनके पिता ने उन्हें बड़ा करते हुए कभी अपना आपा खोया है। इसके बजाय उन्होंने हमेशा ‘लव एंड लॉजिक पेरेंटिंग’ स्टाइल का इस्तेमाल किया। गेट्स ने भी अपने बच्चों को इसी पेंरेटिंग स्टाइल से बड़ा किया है। उनका मानना है कि अगर हर पेरेंट इस तकनीक को अपना लें, तो बच्चों का जीवन संवर जाएगा।
क्या होती है लव एंड लॉजिक पेरेंटिंग
लव एंड लॉजिक पेरेंटिंग एक ऐसा मॉडल है, जिसमें पेरेंट्स अपने बच्चे को प्यार और तर्क के साथ समझाते हैं। इसका मकसद बच्चे को जिम्मेदार बनाने के साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाना सिखाना है। हालांकि, इस पेरेंटिंग स्टाइल के भी कुछ सिद्धांत हैं, जिन पर ध्यान देना चाहिए।
कठोर आवाज का इस्तेमाल नहीं किया
गेट्स ने बताया कि उनके पिता ने कभी कठोर आवाज में प्रतिक्रिया नहीं दी। वे हमें समझाने के लिए हमेशा तर्क और शांति का इस्तेमाल किया करते थे। उनके पिता के शांत व्यवहार ने ही उन्हें अपने इमोशन्स को बेहतर ढंग से नियंत्रित करने में मदद की।
इंटरेस्ट पहचानने की आजादी
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हमेशा उन्हें अपनी रुचियों और जिज्ञासाओं को पहचानने की आजादी दी। वे अपना ज्यादातर समय कमरे में पढ़ते हुए बिताने के साथ ही दोस्तों के साथ सप्ताह की ट्रिप पर भी जाते थे।
जिज्ञासाओं को प्रोत्साहित करें
बचपन में बिल गेट्स जिज्ञासु प्रवृत्ति के थे। वे हमेशा से ही नए ज्ञान की तलाश में रहे। वे कई बार अपने पिता से चीजाें को लेकर सवाल भी पूछते थे। वे आज सफल हैं , तो इसलिए क्योंकि उनके पिता ने हमेशा उनकी जिज्ञासा को प्रोत्साहित किया। उनकी रूचियों का सम्मान किया। यहां तक कि वे सवाल पूछने पर उनका तारीफ भी करते थे।
कम हो जाते हैं मतभेद
गेट्स जिस पेरेंटिंग स्टाइल से बड़े हुए, उन्होंने खुद भी अपने तीनों बच्चों के लिए इसी तकनीक को अपनाया। उनके अनुसार, यह पेरेंटिंग का बहुत अद्भुत तरीका है, क्योंकि इससे माता-पिता और बच्चों के बीच मतभेदों व संघर्षों को कम करने में मदद मिलती है।





























