ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ 2023 और उससे जुड़ी आलोचनाओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने सनातन धर्म, गंगा, भारत की आस्था और महाकुंभ के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठे प्रचार की निंदा की। उन्होंने कहा कि ऐसे झूठे वीडियो और अफवाहें करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ है।
योगी ने ज़ोर देकर कहा कि कुंभ किसी पार्टी का नहीं, बल्कि पूरे समाज का आयोजन है और सरकार सिर्फ़ एक सेवक की भूमिका में है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरी तत्परता से निभाएगी। बावजूद इन अफवाहों और दुष्प्रचार के, जनता ने इस आयोजन को सफल बनाया है। मुख्यमंत्री ने 29 जनवरी को हुई भगदड़ में पीड़ित लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
– महाकुंभ भगदड़ पर राजनीति करने वाले विपक्ष पर यूं बरसे योगी
– कहा, जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद भी करते हैं ये लोग
साथ ही, सोनभद्र और अलीगढ़ में सड़क हादसों में जान गंवाने वालों के प्रति भी उन्होंने दुःख जताया और कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीति करने वालों पर सवाल उठाए।
मनोज पांडेय को दिया धन्यवाद
योगी ने मनोज पांडे का धन्यवाद किया जिन्होंने काहिरा और नेपाल के वीडियो को कुंभ का बताकर फैलाई जा रही अफवाहों का ज़िक्र किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जो लोग 29 जनवरी की भगदड़ के शिकार हुए थे, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। सोनभद्र, अलीगढ़ जिनका भी जिक्र उन्होंने किया जो सड़क दुर्घटना के शिकार हुए। हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं। सरकार उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने उन लोगों पर कटाक्ष किया जो कुंभ के आयोजन पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने एक कविता के माध्यम से अपनी बात रखी: “लगाके आग बहारों की बात करते हैं, जिन्होंने रात में चुन-चुनकर बस्तियों को लूटा, वही नसीबों के मारों की बात करते हैं।” उन्होंने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आयोजन किसी पार्टी विशेष का नहीं था। आयोजन समाज का है। सरकार पीछे है। सरकार सेवक के रूप में वहां पर है। इसके लिए हम लोग तत्परता के साथ जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
योगी ने जनता द्वारा अफवाहों और दुष्प्रचार को नज़रअंदाज़ करके कुंभ को सफल बनाने की सराहना की। उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाया है। कुछ लोग जानबूझकर “सनातन धर्म के खिलाफ, मां गंगा के खिलाफ, भारत की आस्था के खिलाफ या महाकुंभ के खिलाफ कोई भी अनर्गल प्रलाप करते हैं। कई तत्व झूठे वीडियो दिखाते हैं जो करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ है।
माता प्रसाद पांडेय को दिया जवाब
माता प्रसाद पांडेय के सवाल के विषय में योगी ने कहा कि ये समाजवादी संस्कार हैं कि हर अच्छे कार्य का विरोध करना है। उन्होंने कहा कि हिंदी इस सदन की भाषा है।
योगी ने कहा कि हिंदी को तो हटाया नहीं गया। भोजपुरी, अवधी हो या बृज हो, इनकी दूसरी कोई लिपि नहीं है। देवनागरी ही इनकी लिपि है। समाजवादियों के बारे में मान्यता है कि जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद भी करते हैं। शिवपाल को लेकर तंज कसते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अच्छा होता अखिलेश समाजवादी परिवार को लेकर गए होते। चच्चू को तो ले गए होते। 2013 में तो मैं मान सकता हूं लेकिन 2025 में तो पुण्य का भागीदार बना देते। भतीजे चले गए, चच्चू नहीं जा पाए।