ब्लिट्ज ब्यूरो
पीलीभीत। बाघों, तेंदुओं और अन्य वन्यजीवों की साइटिंग के लिए मशहूर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में अब एक और सुखद संकेत सामने आया है। यहां हिमालयी क्षेत्र का फ्लाईकेचर पक्षी देखा गया है। ठंडे क्षेत्रों में पाया जाने वाला फ्लाईकेचर हिमालयी और दक्षिण-पूर्व एशिया का मूल निवासी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में यह पक्षी आमतौर पर देखा जाता है लेकिन अब यह पीलीभीत जिले में भी नजर आया है। यह पहली बार है जब फ्लाईकेचर उत्तर प्रदेश में पीलीभीत में देखा गया है। पीटीआर के इकोसिस्टम की बढ़ती गुणवत्ता और यहां की बेहतर पर्यावरणीय स्थिति ही इसकी मौजूदगी का कारण मानी जा रही है। फ्लाईकेचर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘सबसे कम चिंता वाली प्रजाति’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
मधुर होती है इसकी आवाज
विशेषज्ञों का कहना है कि फ्लाईकेचर आमतौर पर ऊंचे पेड़ों की शाखाओं में निवास करता है और अपनी पतली चोंच से उड़ते कीटों को पकड़कर अपना आहार बनाता है। प्रजनन काल के दौरान, नर अपनी मधुर आवाज से मादा को आकर्षित करता है।