ब्लिट्ज ब्यूरो
देहरादून। अब उत्तराखंड सिर्फ योग, पहाड़ और मंदिरों के लिए नहीं, बल्कि साइबर ठगों के खिलाफ सबसे बड़े ऑपरेशन के लिए भी चर्चा में है। राज्य की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने साइबर क्राइम के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए पूरे देश में 337 साइबर अपराधियों को पकड़ने का प्लान तैयार कर लिया है। ये वे लोग हैं जो दूसरे राज्यों में बैठकर उत्तराखंड के लोगों को शिकार बना रहे हैं। ‘ऑपरेशन प्रहार’, यानी ठगों पर सीधा वार। देहरादून और कुमाऊं के साइबर थानों से 30 स्पेशल टीमें बनाई गई हैं, जो देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर इन शातिर ठगों को ढूंढ़ेंगी और गिरफ्तार करेंगी।
इन ठगों की चालाकी इतनी खतरनाक होती है कि आम आदमी को पता ही नहीं चलता और उसके खाते से पैसे गायब हो जाते हैं। ये कभी बैंक अधिकारी बनकर कॉल करते हैं, कभी मोबाइल नंबर बंद होने का डर दिखाते हैं, तो कभी फर्जी इनाम या लॉटरी का लालच देते हैं। सोशल मीडिया से लेकर ऑनलाइन खरीदारी तक, हर जगह इनके जाल फैले हुए हैं। इसका अब देवभूमि के लोग भी शिकार होते जा रहे हंै। एसटीएफ ने ऐसे ठगों को पकड़ने का एक खास प्लान बनाया है।
देवभूमि को भी नहीं छोड़ा
अब तक लोग सोचते थे कि उत्तराखंड जैसे शांत राज्य में ऐसे अपराध नहीं होते, लेकिन सच्चाई यह है कि कई साइबर अपराधी दूसरे राज्यों से बैठकर यहां के लोगों को निशाना बना रहे थे। इसलिए एसटीएफ ने पूरे भारत में इन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। एसटीएफ ने दिल्ली (40), महाराष्ट्र (38), यूपी (28), राजस्थान (28), तमिलनाडु (25), पश्चिम बंगाल (18), कर्नाटक (17), गुजरात (16) सहित देश के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन अपराधियों को चिन्हित किया है। कुल 337 साइबर ठगों की लिस्ट तैयार हो चुकी है।
उनके इलाकों से खदेड़ लाएंगे
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने कहा कि आधुनिकता के दौर में साइबर ठगी भी एक बड़ी समस्या बन गई है। दूसरे राज्य में बैठे साइबर ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे है. ऐसे ही ठगों की सूची हमने तैयार की है, जिन्हें ये स्पेशल 30 टीमें उनके इलाकों से खदेड़ लाएंगी। साइबर अपराधियों के खिलाफ राज्य सरकार और पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के दिशा निर्देशन में ‘ऑपरेशन प्रहार’ चल रहा है जिसके तहत इन साइबर अपराधियों को पकड़ा जाएगा। गौरतलब है कि एसपी एसटीएफ स्वप्न किशोर सिंह और पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम अंकुश मिश्रा के नेतृत्व में इन टीमों का गठन किया गया है।
हेल्पलाइन नंबर पर करें शिकायत
पुलिस ने लोगों से कहा है कि किसी भी अनजान कॉल या लिंक पर भरोसा न करें। कोई भी शक हो तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या नजदीकी साइबर थाना पहुंचें। एसटीएफ का यह ऑपरेशन केवल ठगों को पकड़ने का नहीं है, बल्कि पूरे समाज को साइबर अपराध के खतरे के प्रति जागरूक करने का भी है।