ब्लिट्ज ब्यूरो
इस्लामाबाद। आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर ने कहा है कि भारत के मिसाइल हमले में उसके परिवार और दोस्तों की मौत हो गई है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित सुभान अल्लाह मस्जिद परिसर पर चार मिसाइलें दागी। हमले में ये इमारत पूरी तरह तबाह हो गईं और मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों और उसके गुट के चार आतंकियों सहित उसके 14 करीबी लोगों की मौत हुई।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अजहर ने एक बयान जारी कर अपने परिवार के सदस्यों के मारे जाने की जानकारी दी। मिसाइल हमले में मरने वालों में अजहर की बड़ी बहन और उसका पति, अजहर का भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और उसके परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा जैश से जुड़े अजहर के चार करीबी आतंकियों की भी मौत हुई है। मसूद ने परिवार के लोगों की मौत पर रोते हुए कहा कि अगर वह भी मर जाता तो अच्छा रहता।
आतंक का अड्डा है ये मस्जिद परिसर
पाकिस्तान मीडिया में बताया गया है कि बहावलपुर के मसूद अजहर के मदरसे मरकज सुभानअल्लाह पर चार मिसाइलें दागी गई हैं। इससे ये पूरा परिसर तबाह हो गया। यह परिसर जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल हेडक्वार्टर के तौर के रूप में काम करता है। बहावलपुर स्थित इसी परिसर में जैश चीफ मौलाना मसूद अजहर और दूसरे कई आतंकियों का घर भी है। ऐसे में इस हमले में मसूद का परिवार भी खत्म हो गया है।
आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप
बहावलपुर का ये मदरसा परिसर बीते तीन दशक से आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप रहा है। इस मदरसे में 600 से ज्यादा युवाओं को आतंक की ट्रेनिंग दिए जाने का दावा किया जाता है।
मसूद अजहर और आतंकी सगरना खुद यहां आकर उन्माद फैलाने वाले भाषण देते रहे हैं। ऐसे में भारत की मिसाइलों के निशाने पर ये परिसर था।
कई हमलों से जुड़ा जैश का नाम
पाकिस्तान के दक्षिणी पंजाब में बहावलपुर स्थित मरकज सुभानअल्लाह में मसूद अजहर के नेतृत्व में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय चलता है। इस समूह ने भारत में कई बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है या उनकी साजिश से इसका नाम जुड़ा है। इसमें 2001 का संसद हमला और 2019 का पुलवामा हमला भी शामिल है।
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में अनेक लोग मारे गए थे। इसकी जवाबी कार्रवाई के तौर पर भारत ने पाकिस्तान पर ये हमला किया