ब्लिट्ज ब्यूरो
श्रीनगर। विश्व का सबसे ऊंचा 2.08 किलोमीटर लंबा चिनाब ब्रिज कई मायनों में खास है। इसमें 18.3 मीटर के 99 स्पैन और 72.5 मीटर का एक वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है। इस ब्रिज के ढांचे में 333 पाइल हैं, जिसमें एंटी-कोरोजन टेक्निक, पॉलीसिलॉक्सेन पेंट, उन्नत स्टेनलेस स्टील और फाइबर रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह पुल लंबे समय तक टिकाऊ बना रहेगा। चिनाब ब्रिज भूकंपीय जोन 5 में आता है और इसी मजबूती की वजह से यह 8 तीव्रता वाले भूकंप को भी सहन कर सकता है।
चिनाब ब्रिज को बनाने में 14 खंबे शामिल हैं। यह इतना मजबूत है कि अगर एक खंबा टूट भी जाए तो पुल को कुछ नहीं होगा। इसके अलावा एफकॉन्स की मानें तो यह ब्रिज 40 किलो टीएनटी विस्फोट सहन कर सकता है। अगर किसी कारणवश या फिर विस्फोट के चलते खंबा क्षतिग्रस्त हो तो भी ट्रेनें चलती रहेंगी।
कुछ और विशेषताएं
– 359 मीटर पुल की ऊंचाई
– 1,315 मीटर पुल की लंबाई और
– 1,486 करोड़ रुपये पुल बनाने पर खर्च
– 266 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवा झेलने में सक्षम
– 120 वर्ष के लिए पुल की मजबूती का किया गया दावा
– 112 सेंसर पुल पर लगाए गए हैं, जो हवा की गति, तापमान, कंपन आदि की जानकारी देंगे
– 150 सर्वर की सुविधा से लैस अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है
– 30,350 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया।
– 780 मीटर लंबा प्लेटफार्म, ब्लास्ट प्रोटेक्शन तकनीक से बना है
– 600 किलोमीटर वेल्डिंग (जम्मू से दिल्ली सड़क जितनी लंबी)
– 2,487 स्लीपर पुल पर बिछाए गए।































