ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। यूपी पुलिस में बड़े पैमाने पर भर्ती होने वाली है। डीजीपी मुख्यालय ने हाल ही में पुलिस भर्ती बोर्ड को कॉन्स्टेबल के 19,220 और सब इंस्पेक्टर के 4,543 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव भेजा था, जिसे अब अमली जामा पहनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
भर्ती बोर्ड अगले सप्ताह इन पदों के लिए विज्ञापन जारी करने की तैयारी में है। राज्य कैबिनेट ने उप निरीक्षक भर्ती में एज लिमिट में तीन वर्ष की छूट को मंजूरी दी है, जिससे अधिक अभ्यर्थियों को आवेदन का अवसर मिलेगा। एज में छूट के बाद भर्ती के लिए 35 लाख से अधिक आवेदन आने का अनुमान है।
पुलिस भर्ती बोर्ड अगले सप्ताह विज्ञापन जारी करने की अंतिम तैयारियों में जुटा है। विज्ञापन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, और चयन प्रक्रिया से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, शारीरिक दक्षता परीक्षा, और अन्य चरण शामिल होंगे, जो उत्तर प्रदेश पुलिस के कड़े मानकों पर आधारित होंगे। योगी सरकार ने इससे पहले 60 हजार पदों पर सिपाही भर्ती की थी।
एज लिमिट में 3 साल छूट
प्रदेश सरकार ने सब-इंस्पेक्टर और समकक्ष पदों पर भर्ती के लिए एज लिमिट में 3 साल छूट देने की घोषणा की है। इसके चलते पुलिस भर्ती के लिए ओवरएज हो चुके लगभग 5 लाख युवाओं को राहत मिलेगी।
ये छूट चयन वर्ष 2020-21 से 2024-25 तक 4543 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती के लिए दी जाएगी। प्रदेश की एसआई और दूसरे पदों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी होना है। निर्देश में यह साफ किया गया है कि ये सिर्फ वन टाइम रेमेडी है, यानी सिर्फ एक बार के लिए दी गई छूट है।
अग्निवीरों को 20 फीसदी मिलेगा आरक्षण
भारतीय सेना के पूर्व अग्निवीरों को यूपी में नौकरी में सबसे ज्यादा आरक्षण मिलेगा। योगी कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया- अग्निवीरों को पुलिस सिपाही, घुड़सवार, फायरमैन, पीएसी सिपाही की सीधी भर्ती में 20% आरक्षण दिया जाएगा। आयु सीमा में 3 साल की छूट दी जाएगी। अग्निवीर का पहला बैच 2026 में आएगा। शर्त यह है कि वह यूपी का मूल निवासी होना चाहिए।
मंत्री खन्ना ने दावा किया कि सीआईएसएफ, बीएसएफ ने 10%, हरियाणा में 10% और ओडिशा में भी 10% आरक्षण अग्निवीरों को दिया जा रहा है। ऐसे में यूपी में उन्हें सबसे ज्यादा आरक्षण दिया जाएगा।































