ब्लिट्ज ब्यूरो
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (एमपीओ) का गठन कराया था। महज डेढ़ साल में गोरखपुर मंडल की 25 हजार महिलाओं को इस एमपीओ से आत्मनिर्भरता की राह मिली है। इस एमपीओ ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में 50 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है जबकि 1445 महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। इन्हीं में से एक कौशल्या को लखनऊ में पशुपालन से जुड़े कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुभव साझा करने का मौका मिला।
बरही निवासी कौशल्या ने बताया कि पहले उनके पास तीन गाय थीं। एमपीओ से जुड़ने के बाद अब 10 गाय हैं। वह प्रतिदिन 70 लीटर दूध एमपीओ में जमा करती हैं। कौशल्या ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह 01 साल में 11.50 लाख रुपये की आय अर्जित कर चुकी हैं।
डेढ़ साल में 500 गांवों की 25 हजार महिलाएं बनी शेयरधारक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला समर्थ योजना के तहत नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सहयोग से प्रदेश में 05 मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन बनाने के निर्देश दिए थे। इनमें से एक श्री बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन का गठन 2022 में गोरखपुर में हुआ। इस एमपीओ का कार्यक्षेत्र मंडल के चार जिलों गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर है। यह एमपीओ डेढ़ साल से सक्रिय है। इतनी कम अवधि में चारों जनपद के 500 गांवों की 25 हजार महिलाएं शेयर होल्डर बन चुकी हैं। वर्तमान में एमपीओ 500 मिल्क पूलिंग पॉइंट्स के माध्यम से प्रतिदिन करीब 62 हजार लीटर दूध का संकलन कर रहा है। महिला शेयर होल्डर्स ने अब तक 1.66 करोड़ रुपये से अधिक की इक्विटी पूंजी जुटाई है। एमपीओ से जुड़ी महिलाएं प्रतिमाह सात से आठ हजार रुपये की औसत आय घर बैठे ले रही हैं।
मार्च 2026 तक 40 हजार
शेयर होल्डर का लक्ष्य
श्री बाबा गोरखनाथ कृपा एमपीओ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) धनराज साहनी बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिक से अधिक पशुपालक महिलाओं को शेयर होल्डर बनाने और दूध संग्रह बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों की मदद ली जा रही है। उनका दावा है कि मार्च 2026 तक गोरखपुर मंडल के 300 और गांवों की दुग्ध उत्पादक महिलाएं जुड़ जाएंगी। शेयर होल्डर की संख्या कुल 40 हजार हो जाएगी।
10 लाख से अधिक कमाने वाली 10 महिलाएं
डेढ़ साल में ही 1445 हजार शेयर होल्डर महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। दस महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्होंने सालभर में 10 लाख रुपये से अधिक मूल्य का दुग्ध जमा कराया है। एमपीओ की महिला शेयर होल्डर को कंपनी की तरफ से पशु आहार और खनिज मिश्रण, पशुओं के थनैला रोग जांच, पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान पंजीकरण की भी सुविधाएं मिलती हैं।































