ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश आवास बोर्ड (यूपीएचबी) सस्ते घर उपलब्ध कराने के लिए बड़े स्तर पर काम कर रहा है। एक तरफ बोर्ड ने बुंदेलखंड में बांदा और चित्रकूट में बड़ी प्लॉट स्कीम लाने की तैयारी कर ली है तो वहीं दूसरी तरफ लखनऊ, वाराणसी, मुरादाबाद और उन्नाव में भी अपनी योजनाओं का विस्तार करने जा रहा है।
जानकारी मिली है कि बोर्ड बुंदेलखंड क्षेत्र में सस्ते घरों की मांग को पूरा करेगा। जल्द ही बांदा और चित्रकूट जिलों में दो योजनाएं शुरू होने जा रही हैं। ये योजनाएं दोनों शहरों के पॉश इलाकों में बनेंगी। इनमें 90 प्रतिशत तक प्लॉट उन लोगों को मिलेंगे जो अपने घर बनाना चाहते हैं। अतिरिक्त आवास आयुक्त नीरज शुक्ला ने कहा कि बांदा में 338 एकड़ और चित्रकूट में 161 एकड़ में ग्रीनफील्ड टाउनशिप विकसित की जाएगी। आवास बोर्ड ने जमीन खोज ली है और उसे लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस योजना के लिए अनुमान है कि जमीन लेने और उसे विकसित करने में लगभग 1,390 करोड़ रुपये बांदा में और 895 करोड़ रुपये चित्रकूट में लगेंगे। बांदा में लगभग 9,500 घर और चित्रकूट में 4,450 घर बनने की योजना है।
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में न्यू जेल रोड, सौमित्र विहार में बन रही आवासीय योजना का काम तेजी से चल रहा है। आवास बोर्ड वाराणसी, उन्नाव और मुरादाबाद में भी अपनी योजनाओं का विस्तार करने जा रहा है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में पुरानी योजनाओं के तहत बने 10,500 से ज्यादा फ्लैटों को सितंबर में फिर से लॉन्च किया जाएगा। इनमें से लगभग 2,500 फ्लैट लखनऊ में हैं।
100 वर्ग मीटर के प्लॉट पर नक्शे की जरूरत नहीं
उत्तर प्रदेश में अगर कोई 100 वर्गमीटर के प्लॉट पर घर बनवाने की सोच रहा है तो उसके लिए अच्छी खबर है। उसे अब नक्शा नहीं बनवाना पड़ेगा। शीघ्र ही होने वाली आवास विकास बोर्ड की अहम बैठक में नई भवन निर्माण उपविधि को लागू करने का प्रस्ताव दिया जाएगा। इसके बाद परिषद की कॉलोनियों में मकान बनाने वालों को सुविधाएं मिल सकेंगी। पहले, उन्हें नक्शा पास कराने के लिए कई तरह की औपचारिकताओं से गुजरना पड़ता था जिसमें काफी समय और पैसा खर्च होता था।































