संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार एक ऐसी रणनीति पर काम कर रही है जिसकी वजह से चीन की 371 कंपनियां प्रदेश में निवेश कर सकती हैं। यह सब इसलिए संभव हो सकता है क्योंकि अमेरिका ने चीन की कंपनियों पर भारी भरकम टैरिफ मढ़ दिया है जो 25 से 100 फीसदी तक है। वहीं, भारत में इस प्रकार की कंपनियों पर टैरिफ अधिकतम 12 फीसदी ही है।
ऐसी स्थिति में यूपी सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, मेडिकल इक्विपमेंट, खिलौने, कृषि उत्पाद और टेक्सटाइल क्षेत्र से जुड़ी करीब 371 कंपनियों के निवेश की संभावनाओं के लिए उत्तर प्रदेश को एक बेहतर डेस्टिनेशन के रूप में पेश करने की विशेष रणनीति बनाई है।
चीन की इन कंपनियों का नेटवर्क जर्मनी, वियतनाम, जापान, दक्षिण कोरिया और ताइवान में भी है। यूपी सरकार ने इन्वेस्ट यूपी के तहत विदेशी कंपनियों को आकर्षित करने की रणनीति बनाई है। इसके लिए 20 विशेष अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। हर अधिकारी को 15 से 20 कंपनियों के साथ संपर्क करने की जिम्मेदारी दी गई है।
मेक इन इंडिया के तहत इन कंपनियों को प्रदेश में आकर्षित किया जा रहा है। यूपी सरकार बेहतर कारोबारी माहौल और कनेक्टिविटी को लेकर किए गए कार्यों से कंपनियों को अवगत कराना शुरू कर दिया है।
चीनी कंपनियों पर नजर
योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी को वर्ष 2029 तक वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अधिक से अधिक औद्योगिक विकास पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में सरकार ने ‘चाइना प्लस वन’ की नीति पर काम शुरू किया है। इसके तहत चीन के बाहर निवेश की संभावना देख रही 371 कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है। चीनी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए जमीन की आसानी से उपलब्धता, जियो मैपिंग के जरिए इंटरनेट पर ही प्लॉट देखने की सुविधा और इंटरनेशनल रोड शो आदि को शामिल किया गया है।
नवंबर में भूमि पूजन कार्यक्रम
यूपी सरकार नवंबर में पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का भूमि पूजन समारोह आयोजित करने की तैयारी में लगी है। औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने गत दिनों भूमि पूजन समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। इसमें कहा गया कि पांच लाख करोड़ का निवेश तैयार है। नवंबर तक यह बढ़कर 10 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है। इसके लिए चीन, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, यूएई, कतर और कनाडा में इंटरनेशनल रोड शो का आयोजन होगा।
इन्वेस्ट यूपी की बैठक में मंत्री ने मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली पोर्टल का उद्घाटन भी किया। यह इन्वेस्टर्स और यूपी सरकार के बीच सेतु का काम कर रहे उद्यमी मित्रों के काम को सुव्यवस्थित करेगा। बैठक में विभिन्न देशों की कंपनियों को आकर्षित करने की योजना भी तैयार की गई।
यूपी-देश की ब्रांडिंग
इंटरनेशनल रोड शो में योगी सरकार के प्रतिनिधि यूपी और देश की ब्रांडिंग करते दिखेंगे। प्रदेश की नीतियों से बेहतर सुविधाएं और प्रोत्साहन राशि मुहैया कराने जैसे प्रावधानों को खूब उभारा जा रहा है। इससे लोगों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी। कई उद्योगों में भारत में चीन से कम टैरिफ दर है। इसमें सेमीकंडक्टर कंपनियों के लिए चीन में टैरिफ 25 से 50 फीसदी और देश में यह 0 से 7.5 फीसदी के बीच है।
इसी प्रकार इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के लिए चीन में टैरिफ दर 34 फीसदी एवं भारत में 0 से 7.5 फीसदी, मेडिकल डिवाइस कंपनियों के लिए के लिए चीन में टैरिफ दर 25 फीसदी एवं भारत में 0 से 4 फीसदी, सौर ऊर्जा उत्पाद कंपनियों के लिए चीन में टैरिफ दर 50 फीसदी एवं भारत में 0 से 5 फीसदी है। ईवी बैटरी, टेक्सटाइल सेक्टर समेत अन्य कंपनियां भी इसमें शामिल हैं।































