ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए योगी सरकार तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश के कई बड़े महानगरों पर बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का बड़े स्तर पर निर्माण किया जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश में एक और नया एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है जो दो जिलों के 164 गांवों को एक साथ जोड़ेगा।
उत्तर प्रदेश सड़क कनेक्टिविटी के मामले में देश का नंबर वन राज्य है। इसमें देश के सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे और हाईवे हैं जो कई राज्यों और जिलों को एक साथ जोड़ते हैं। इनसे प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियां सुचारू रूप से चलती हैं।
इन एक्सप्रेसवे के दम पर ही व्यापार में भी खूब तेजी आई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कार्यकाल के बाद से प्रदेश में एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण करवा रहे हैं। अब हाल ही में योगी सरकार ने यूपी को एक और नए एक्सप्रेसवे की सौगात दी है।
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। यह गोरखपुर से कुशीनगर के 164 गांवों को एक साथ जोड़ेगा। वहीं, 10 माह पहले हुए सर्वे में देवरिया भी इसमें शामिल था। अब फिर से एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट तय किया गया है।
एक रिपार्ट में बताया गया है कि गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे किन किन गांवों से जोकर गुजरेगा, जबकि बिहार में यह प्रक्रिया पहले ही पूर्ण की जा चुकी है। बता दें कि इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 525.590 किलोमीटर होगी। इसमें से 86.600 किलोमीटर लंबाई गोरखपुर-कुशीनगर में होगी।
गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के साथ बनाने के लिए साल 2022 में खाका खींचा गया था। अगस्त 2024 तक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर होते हुए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना थी, जिसमें गोरखपुर मंडल में 112 किलोमीटर लंबाई थी। एलाइनमेंट कमेटी ने दूरी कम करने को निर्माणाधीन जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन से एक्सप्रेसवे शुरू करने का सर्वे कराया तो 26.600 किलोमीटर दूरी कम हो गई।
दो महीने पहले ही गोरखपुर-कुशीनगर होते हुए एक्सप्रेसवे का निर्माण करना कंफर्म हुआ है। अब एनएचएआई ने जिला प्रशासन से राजस्व नक्शा मांगा है, ताकि जल्द से जल्द जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू किया जा सके। उम्मीद है कि इसी महीने से जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो जाएगा।
गोरखपुर में तहसील सदर क्षेत्र में गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की लंबाई 8 किलोमीटर होगी। कुशीनगर-लखनऊ हाईवे से निर्माणाधीन जगदीशपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन पर एक्सप्रेसवे शुरू होगा। नया एक्सप्रेसवे हाईवे से करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित सरंडा गांव से शुरू होगा। गोरखपुर में 23 राजस्व गांवों एवं कुशीनगर के हाटा, कसया एवं तमकुहीराज तहसील के 141 गांवों से होते हुए एक्सप्रेसवे बनाने का प्लान तैयार कर लिया है।
एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए
तैयार होगी सर्वे रिपोर्ट
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे में राजस्व गांवों के एलाइनमेंट की प्रक्रिया के बाद अब सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उसके आधार पर थ्रीडी सर्वे होगा। इसमें रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि किन किसानों की जमीन का अधिग्रहण होगा और उस भूमि का कौन मालिक है। इसमें गाटा संख्या और रकबा तय होगा। उसके मुताबिक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
इन गांवों का मांगा राजस्व नक्शा
कर्महा तप्पा पतरा, महराजी तप्पा पतरा, सोनवे गोनरहा, अगया तप्पा पतरा, उसका, मटिहनिया जनुबी, भापुरवा, गौरा, सदर तहसील के सरंडा, रमवापुर,नैयापार खुर्द, राउतपुर, महुअवा खुर्द, बसंतपुर बसंतपुर तप्पा केवटली, बसंतपुर मुतंजा, लुहसी, एहतेमाली, बसंतपुर खास, हेमछापर गांवों के अलावा कुशीनगर के हाटा, कसया और तमकुहीराज तहसील के कुल 164 गांवों का राजस्व नक्शा मांग गया है। इन गांवों से होकर यह एक्सप्रेसवे निकलेगा। इसके तैयार होने के बाद लाखों लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
अधिकारी ने कही ये बात
एनएचएआई के पीडी ललित प्रताप पाल का कहना है कि गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। अब गोरखपुर-कुशीनगर जिले से होते हुए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। जिला प्रशासन से संबंधित गांवों का राजस्व नक्शा मांगा गया है। इस प्रक्रिया के बाद एक्सप्रेसवे का खाका खींचा जाएगा।
यूपी के इन जिलों में बनेंगे 2 और नए एक्सप्रेसवे
राष्ट्रीय भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। दरअसल प्रदेश में 2 और नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। ग्वालियर और अलीगढ़ एक्सप्रेसवे का निर्माण अगले 2 महीने में शुरू हो जाएगा। यह कार्य 24 माह तक चलेगा। दोनों एक्सप्रेसवे आगरा से शुरू होंगे।
इन एक्सप्रेसवे के दोनों ओर इलेक्टि्रक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन, फूड प्लाजा, एक से दो पेट्रोल और सीएनजी पंप होंगे। इसके लिए जगह चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है। दोनों एक्सप्रेसवे छह लेन के होंगे। इनका निर्माण एनएचएआइ ग्वालियर और आगरा खंड द्वारा कराया जाएगा। ग्वालियर से रोहता, आगरा तक एक्सप्रेसवे का निर्माण में करीब 4400 करोड़ की लागत आएगी। चंबल नदी पर हैंगिंग पर ब्रिज बनेगा। इसकी अनुमति मिल गई है। अक्तूबर से एनएचएआई ग्वालियर खंड द्वार कार्य चालू किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद आगरा से ग्वालियर की दूरी 88 किमी रह जाएगी। वहीं खंदौली से अलीगढ़ एक्सप्रेसवे तक 64 किमी लंबा एक्सप्रेसवे बनेगा। यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे से हाथरस और अलीगढ़ पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके निर्माण में 3500 करोड़ की लगात आएगी। एक्सप्रेसवे का निर्माण अक्टूबर महीने से शुरू हो जाएगा।