ब्लिट्ज ब्यूरो
कानपुर। प्रदेश के कानपुर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हैलट अस्पताल में प्रदेश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) वार्ड बनाया जाएगा। यहां मरीजों की हालत की मॉनिटरिंग एआई के जरिए की जाएगी। यदि मरीज की जरा भी हालत बिगड़ी तो डॉक्टर के पास इसका मैसेज पहुंच जाएगा। वहीं, नर्स रूम में इसका अलार्म बजने लगेगा जिससे मरीज को फौरन इमरजेंसी इलाज मिलने लगेगा। एआई के जरिए समय रहते मरीज की जान बचाई जा सकती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंसर मरीज की हर एक गतिविधि पर नजर रखेगा। मरीज के अंदरूनी सभी अंगों की बराबर मॉनिटरिंग होती रहेगी। शरीर के अंदर होने वाले उतार-चढ़ाव की पल-पल की खबर एआई को रहेगी। एआई सिस्टम मेक इन इंडिया के तहत तैयार किया गया है। इस तरह का सिस्टम बनाने वाली एआई कंपनी का प्रस्ताव जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया है।
एक बेड पर पांच लाख का खर्च
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संजय काला के अनुसार एआई सिस्टम वार्ड तीन और चार में लगाए जाने की योजना है। प्रथम चरण में वार्ड तीन में 20 बेड़ों पर एआई सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें सफलता मिलने के बाद दोनों वार्डों को एआई सिस्टम से सुसज्जित कर दिया जाएगा। एक बेड में एआई सिस्टम लगाने में पांच लाख रुपये का खर्च आएगा। इसे सीएसआर फंड से लगाने पर विचार किया जा रहा है।
इंटेंसिव केयर यूनियन शिफ्ट
राजकीय मेडिकल में यह पहला अस्पताल होगा जिसमें एआई सिस्टम लगेगा। डॉ. संजय काला ने बताया कि अधिकांश मरीजों की हालत रात 12 बजे से सुबह छह बजे के बीच बिगड़ती है। हालत बिगड़ने पर उन्हें इंटेसिव केयर यूनिट में शिफ्ट करना होता है। रात के समय मरीजों के मेटाबोलिज्म में उतार-चढ़ाव का असर होता है। मरीज के तीमारदार और अस्पताल का स्टाफ नींद की हालत में होता है।
इस स्थिति में एआई सिस्टम कारगर साबित होगा। इसके लिए वार्ड तीन और चार को सुसज्जित किया जा रहा है। चार से पांच महीने में वार्ड के सुंदरीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। वार्ड के नर्स स्टाफ कक्ष में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। यहां लगे मॉनिटर पर मरीजों की स्थिति की जानकारी आती रहेगी। मरीजों के बेड के नीचे मेट्रस लगाया जाएगा। इस मेट्रस में सेंसर लगे होंगे। मरीजों के हृदय की धड़कन, ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन सिक्युरेशन लेवल समेत शरीर के सभी अंगों की जानकारी मिलती रहेगी। यदि मरीज को बीपी समेत कोई अन्य दिक्क त हुई तो सेंसर एक्टिव होकर मैसेज भेजना शुरू कर देगा।