ब्लिट्ज ब्यूरो
– थेम्स वैली विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर (1998) और उसके गवर्नर (1992-97) के पद पर आसीन रहे।
– 1998 से यूनिवर्सिटी ऑफ वॉलवेर्हम्प्टन और यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर के चांसलर रहे जिसमें उनके पारिवारिक ट्रस्ट ने लगभग 300,000 पाउंड का योगदान दिया।
– उन्होंने ‘अम्बिका पॉल फाउंडेशन’ के माध्यम से ‘यूनिवर्सिटी ऑफ वॉलवेर्हम्प्टन’ को उदारतापूर्वक दान दिया और इसके ‘स्टूडेंट्स यूनियन सेंटर’ के नवीनीकरण का खर्चा भी वहन किया।
– नवीनीकरण के बाद उसका नाम उनकी बेटी के नाम पर ‘द अम्बिका पॉल स्टूडेंट्स यूनियन सेंटर’ कर दिया गया।
– लार्ड पॉल ब्रिटेन के विदेश नीति केंद्र सलाहकार परिषद और एमआईटी के यांत्रिक अभियांत्रिकी विजिटिंग समिति के सदस्य रहे।
– वे लन्दन ओलिंपिक डिलिवरी समिति के अध्यक्ष रहे और कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (सीपीए) की अध्यक्षता के लिए भी चुनाव लड़े।
– स्वराज पॉल भारतीय मूल के पहले व्यक्ति थे जिन्हें हाउज ऑफ लॉर्ड्स का उपाध्यक्ष बनाया गया था।
– वे इस पद आसीन होने वाले बारह लोगों में से एक थे।
– उन्हें 15 अक्टूबर 2009 को प्रिवी कौंसिल की शपथ दिलाई गई।
– अम्बिका पॉल फाउंडेशन के माध्यम से लार्ड पॉल कपारो से हुआ लाभ धर्मार्थ प्रयासों में भी देते रहे।
– वे ज़ुओलॉजिकल सोसायटी ऑफ लन्दन के मानद संरक्षक थे और रीजेन्ट्स पार्क साइट में प्रमुख परियोजनाओं को वित्त पोषित भी किया।
– 2000-2005 तक वे इंडो-ब्रिटिश राउंडटेबल के को-चेयर थे।
– लार्ड पॉल पैनल 2000 के सदस्य भी थे जिसे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री द्वारा ब्रिटेन की री-ब्रांडिंग के लिए गठित किया गया था।
– लार्ड पॉल ने लन्दन ओलंपिक्स 2012 की दावेदारी से लेकर आयोजन तक की गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
– 2005 में वे लन्दन की दावेदारी का पक्ष रखने वाले दल के साथ सिंगापुर गए थे जहां इस दल ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी को लन्दन की दावेदारी के लिए मनाने में सफलता प्राप्त की।