ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। यूपी में लगातार नए नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण हो रहा है। इस क्रम में अब यूपी में एक और नया एक्सप्रेसवे बनने वाला है। ये नया एक्सप्रेसवे अगले साल तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बनने से दिल्ली-एनसीआर से यूपी-एससीआर तक लाभ होने वाला है।
इस एक्सप्रेसवे के बनने की वजह से यहां पर लोगों को रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और सफर पहले से काफी ज्यादा आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से प्रदेश के आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार होगा।
योगी सरकार ने दी खुशखबरी
उत्तर प्रदेश सरकार ने लोगों को यह खुशखबरी दी है। उन्होंने बताया कि अब नोएडा से लखनऊ के लिए ऐसा एक्सप्रेस-वे बनेगा, जिससे राज्य को तो फायदा मिलने वाला है। नोएडा से लखनऊ के बीच नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनने का एलान किया जा चुका है। इससे अब कम समय में नोएडा से लखनऊ और लखनऊ से नोएडा पहुंचा जा सकेगा। फिलहाल की बात करें तो अभी ये दूरी लगभग 6 घंटे में तय होती है। नोएडा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गति, सुविधा और कनेक्टिविटी तीनों में जबरदस्त बदलाव आएगा। ये नया एक्सप्रेस-वे नोएडा के पास के क्षेत्र से शुरू होकर लखनऊ के आउटर तक पहुंचेगा।
इसकी डिजाइन पूरी तरह से एक्सेस-कंट्रोल्ड होगी यानि रास्ते में कोई रुकावट या सिग्नल नहीं आएगा। सड़क के दोनों ओर स्मार्ट टोलिंग सिस्टम, ओवरब्रिज, सर्विस लेन और ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर भी तैयार किए जाएंगे।
आम यात्रियों को होगा लाभ
इस प्रोजेक्ट की वजह से न सिर्फ आम यात्रियों को राहत मिलने वाली है बल्कि दिल्ली-एनसीआर से लखनऊ के बीच बिजनेस ट्रैवल, लॉजिस्टिक्स और टूरिज्म को भी जबरदस्त बूस्ट मिलने वाला है। औद्योगिक क्षेत्रों और नई हाउसिंग स्कीमों को इस एक्सप्रेसवे से सीधा लाभ मिलने वाला है। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन इलाकों से ये सड़क गुजरने वाली है। वहां पर जमीनों की कीमतों में भी तेजी देखी जाने वाली है।
यूपी वासियों को होगा लाभ
इस ग्रीनफील्ड रोड प्रोजेक्ट में मल्टीपल एंट्री-एग्जिट पॉइंट होंगे, इसकी वजह से आसपास के ग्रामीण इलाकों को बाजारों और शहरों से बेहतर कनेक्शन मिलने वाला है। इसकी वजह से कृषि उत्पादों को ट्रांसपोर्ट करना भी आसान हो जाएगा और लोकल मंडियों से सीधा व्यापार बढ़ने वाला है। वहीं गांवों में भी सड़क के किनारे छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलने वाला है।
इस दिन होगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस एक्सप्रेस-वे पर लगभग 45,000 करोड़ रुपये की लागत आने वाली है। इसका काम 2026 तक पूरा होने वाला है। भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है और जल्द ही निर्माण शुरू होने वाला है। वहीं इस प्रोजेक्ट को नेशनल हाईवे अथॉरिटी और यूपी एक्सप्रेस-वे डेवलपमेंट अथॉरिटी मिलकर संभालने वाले हैं।