ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। किसी भी बड़े देश के लिए परिवहन विमानों का एक मजबूत बेड़ा उसकी नागरिक और सैन्य दोनों क्षमताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। ये विमान न केवल दूर-दराज के इलाकों में यात्रियों को ले जाने में मदद करते हैं, बल्कि वे सैनिकों, उपकरणों और आपातकालीन सहायता को भी एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाते हैं।
भारत के स्वदेशी रीजनल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (आरटीए-90) कार्यक्रम को भारतीय सशस्त्र बलों की रुचि से एक बड़ी उम्मीद मिली है। भारतीय वायुसेना और नौसेना, दोनों ने इस विमान में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। यह विमान 90 सीटों वाला एक टर्बोप्रॉप विमान है, जिसे सीएसआईआर-एनएल और एचएएल जैसी प्रमुख भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस एजेंसियों के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। आरटीए-90 विमान को विशेष रूप से भारत की क्षेत्रीय परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह कम दूरी की उड़ानों के लिए बेस्ट ऑप्शन है। बता दें, यह विमान नागरिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।