ब्लिट्ज ब्यूरो
मुरादाबाद। एक समय था जब महिलाएं घर के चूल्हे चौके तक ही सीमित थीं। सदियों तक वे इसी काम में लगी रहीं लेकिन अब कहानी बदल चुकी है। अब महिलाएं घर के चूल्हा चौके के साथ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाने लगी हैं। मुरादाबाद में महिलाओं का एक समूह यही करने में जुटा है। इस समूह के माध्यम से वे ऑर्गेनिक सरसों के तेल का उत्पादन कर रही हैं, जिसमें उन्हें बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
12 महिलाओं की ब्रिगेड
समूह की अध्यक्ष हिमानी विश्नोई बताती हैं कि हमने करीब 12 महिलाओं का एक समूह बनाया है। इस समय ठाकुरद्वारा ब्लॉक के गांव रतुपुरा में संचालित किया जा रहा है। इसमें सभी महिलाएं मिलकर ऑर्गेनिक सरसों का तेल तैयार करने का काम कर रही हैं। आजकल हर कोई शुद्ध और ऑर्गेनिक चीज खाना पसंद करते हैं। मार्केट में जो सरसों का तेल मिलता है, वह मिलावटी होता है लेकिन हम ऑर्गेनिक तेल तैयार करते हैं। इसमें किसी भी तरह की मिलावट नहीं होती।
इसकी वजह से इसकी डिमांड मुरादाबाद मंडल के अलावा दूर-दूर से भी देखने को मिलती है। हमारे समूह में 12 महिलाएं काम कर रही हैं।
प्रति महिला को इतना मुनाफा
हिमानी बताती हैं कि प्रत्येक महिला को करीब 10 हजार रुपये के हिसाब से मुनाफा हो रहा है। इसमें हमारा बहुत अच्छे से जीवनयापन हो रहा है। हम दूसरी महिलाओं से भी यही अपील करना चाहेंगे कि महिलाएं समूह बनाकर फंड लेकर कोई भी कारोबार करके आत्मनिर्भर बन सकती हैं। महिलाएं केवल चूल्हे चौके तक ही सीमित नहीं रहें। अगर महिलाएं चाहें तो वो आत्मनिर्भर बनकर अपना बड़ा स्टार्टअप भी शुरू कर सकती हैं।