ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम काशी से रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने पत्नी वीणा रामगुलाम के साथ बाबा विश्वनाथ का विधि-विधान से दर्शन-पूजन किया। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं वित्त एवं संसदीय कार्य तथा प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना भी रहे। तीन दिनी प्रवास के दौरान उन्होंने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की बल्कि काशी में गंगा विहार किया, विश्वविख्यात गंगा आरती में शरीक हुए। उन्होंने खुद सपत्नीक मां गंगा की आरती भी की। कई व्यापारिक समझौतों के साथ धार्मिक-आध्यात्मिक अनुभूति भी वह संजोकर गए।
राजकीय दौरे पर भारत आए मॉरीशस के प्रधानमंत्री 10 सितम्बर की शाम बनारस पहुंचे थे। 11 सितम्बर को ताज होटल में उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग वार्ता हुई। इस दरम्यान एक दर्जन से अधिक व्यापारिक मुद्दों पर सहमति बनी। काशी से रवाना होने से पूर्व डॉ. रामगुलाम सुबह करीब 9.30 बजे विश्वनाथ धाम पहुंचे। यहां मंदिर प्रशासन की ओर से मंडलायुक्त एस. राजलिंगम और एसडीएम शम्भु शरण ने अगवानी की। इसके बाद उन्होंने सपत्नीक गर्भगृह में जाकर बाबा के षोडशोपचार पूजन किया। पूजा कराने वाले अर्थक टेकनारायण उपाध्याय ने बताया कि डॉ. रामगुलाम ने देश की समृद्धि और लोक कल्याण के लिए बाबा से कामना की। अर्थक नीरज पांडेप ने बताया कि दोनों देशों की समृद्धि और सम्बन्ध प्रगाढ़ बना रहे। इसके लिए भी उन्होंने प्रार्थना की। पूजन के बाद गर्भगृह से बाहर आकर उन्होंने गर्भगृह के शिखर को प्रणाम किया।
मेहमान पीएम को देख बाबा भक्तों ने हर-हर महादेव का घोष किया। उन्होंने भी हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। दर्शन-पूजन के पश्चात मंदिर परिसर में राज्यपाल ने उन्हें जीआई टैग वाली गुलाबी मीनाकारी से बनी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की प्रतिकृति, रुद्राक्ष की माला और अंगवस्त्रम ्भेंट किए। ताज होटल से धाम तक काशीवासियों ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री का जबरदस्त स्वागत किया। दर्शन-पूजन के बाद सुबह करीब 11.40 बजे वह बाबतपुर एयरपोर्ट से अयोध्या रवाना हुए। उनसे पूर्व मॉरीशस से आये कैबिनेट मंत्री और बिजनेस डेलीगेट्स ने भी अपने परिवार के साथ बाबा का दर्शन-पूजन किया।
मंदिर प्रशासन की ओर से सभी मेहमानों को रुद्राक्ष की माला, अंगवस्त्रम ् और प्रसाद भेंट किया गया। डॉ नवीनचंद्र रामगुलाम काशी के धर्म, अध्यात्म और संस्कृति से रूबरू हुए। उन्हें बनारसी खानपान और पहनावा खूब भाया।
उनकी पत्नी वीना रामगुलाम अचानक मकबूल आलम रोड स्थित पनाया बनारसी साड़ी के शोरूम में पहुंचीं। शोरूम के मालिक वीरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्हें बनारसी साड़ियां बेहद पसंद आई। कई साड़ियों की खरीदारी भी की। इसके अलावा उन्होंने पोटली बैग, स्लिंग बैग और कुर्ता-पायजामा भी खरीदा।
वीना ने उपहार के लिए भी कई सामान चुने, जो काशी की हस्तकला की वैश्विक अपील की दर्शाता है। बनारसी साड़ी जीआई टैग और उत्तर प्रदेश के ‘एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) में शामिल है।
महीनेभर में बनी मंदिर की प्रतिकृति
गुलाबी मीनाकारी के नेशनल अवार्डी हस्तशिल्पी कुंज बिहारी ने बताया कि विश्वनाथ मंदिर की प्रतिकृति पहली बार किसी विशेष अतिधि के लिए बनाई गई है। इसे तैयार करने में करीब एक महीने लगे। कुंज बिहारी ने कहा, मुख्यमंत्री से प्रेरणा लेकर इस अनुकृति को बनाया गया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा हस्तकला को बढ़ावा देते हैं और लोगों को जीआई टैग व ओडीओपी उत्पादों को उपहार में देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। रामगुलाम को विदा करने के बाद राज्यपाल लखनऊ रखाना लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री को अयोध्या के लिए विदा करने के बाद दोपहर करीब 12 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी लखनऊ रवाना हो गईं।