ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। रूस से लगातार तेल खरीदने, पाकिस्तान से युद्धविराम के लिए क्रेडिट नहीं देने और नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट नहीं करने की वजह से डोनाल्ड ट्रंप भारत से काफी नाराज हैं लेकिन अपनी नाराजगी के बीच उन्होंने दिवाली को लेकर शुभकामनाएं दी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस उत्सव को बुराई पर प्रकाश की जीत का प्रतीक बताया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में ट्रंप ने इस उत्सव को परिवार और दोस्तों के साथ एकजुट होने का समय भी बताया।
वाइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि आज, मैं दिवाली – रोशनी के त्योहार – का जश्न मनाने वाले प्रत्येक अमेरिकी को अपनी शुभकामनाएं भेजता हूं। कई अमेरिकियों के लिए, दिवाली अंधकार पर प्रकाश की जीत का एक शाश्वत अनुस्मारक है। डोनाल्ड ट्रंप के संदेश में सबसे खास बात ये है कि इसमें कहीं भी भारत का नाम नहीं लिया गया है जबकि अमूमन दुनिया भर के नेता जब दिवाली संदेश देते हैं, तो भारत और हिंदू शब्द का जिक्र होता है
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे लिखा कि यह परिवारों और दोस्तों को एक साथ लाकर समुदाय का जश्न मनाने, आशा से शक्ति प्राप्त करने और नवीनीकरण की स्थायी भावना को अपनाने का भी समय है। लाखों नागरिक दीये और लालटेन जलाते हैं, हम इस शाश्वत सत्य में आनंदित होते हैं कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय प्राप्त करती है। दिवाली मनाने वाले प्रत्येक अमेरिकी के लिए, यह उत्सव स्थायी शांति, समृद्धि, आशा और शांति लाए। हालांकि ट्रंप की दिवाली मनाने की कोई तस्वीर जारी नहीं की गई है। जबकि इससे पहले अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने व्हाइट वे हाउस में दिवाली मनाने की तस्वीरें जारी की थी।
भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव के ऐसे समय में आईं, जब उन्होंने रूसी कच्चे तेल की खरीद को लेकर नई दिल्ली पर हाई टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप दावा करते हैं कि भारत रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन के खिलाफ मास्को के युद्ध का समर्थन करता है। डोनाल्ड ट्रंप के अलावा ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, जिन्होंने कुछ समय पहले दिल्ली का दौरा भी किया था, उन्होंने भी दिवाली की शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि “ब्रिटेन के हिंदुओं, जैनियों और सिखों को आनंदमय और शांतिपूर्ण दिवाली और बंदी छोड़ दिवस की शुभकामनाएं। इस महीने की शुरुआत में, मैंने मुंबई में भक्ति, आनंद और नए बंधनों के प्रतीक के रूप में एक दीया जलाया था। इस प्रकाशोत्सव का जश्न मनाते हुए, आइए हम एक ऐसे ब्रिटेन का निर्माण करते रहें जहां हर कोई आशा के साथ आगे देख सके।































