ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। रेलवे मंत्रालय ने कहा है कि वह सोशल मीडिया पर पुराने और भ्रामक वीडियो अपलोड करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगा। इसके लिए चार दिनों में 20 से अधिक ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुराने और झूठे वीडियो डालकर रेलवे की इमेज को खराब करने की कोशिश कर रहे थे।
रेलवे ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे लोगों पर जो सोशल मीडिया पर पुराने वीडियो साझा कर अफवाह फैलाने और भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 145(बी) के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। जिसमें दोषियों को छह महीने तक की सजा हो सकती है।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंचे। दिवाली और छठ पूजा के मद्देनजर उन्होंने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं-तैयारियों की समीक्षा की।
अश्विनी वैष्णव की खरी-खरी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मौके पर कहा कि कई पुराने वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित हो रहे हैं। जब रेलवे कर्मचारी सभी को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, तो मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि ऐसे भ्रामक वीडियो प्रसारित न करें। ऐसे वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आनंद विहार स्टेशन पर यात्रियों से की बात
रेल मंत्री ने आनंद विहार स्टेशन पर पहुंचकर यात्रियों से सीधे बातचीत भी की और स्टेशन परिसर की साफ-सफाई तथा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के बारे में पूछा। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यात्री सुविधा और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सोशल मीडिया पर रेलवे के बारे में फर्जी वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की गई है। निरीक्षण के दौरान रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा सहित कई अन्य वरिष्ठ रेलवे अधिकारी उपस्थित थे।































