ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को फिर चेतावनी दी है कि वह रूस से तेल खरीदना बंद करे। अगर भारत ऐसा नहीं करता है तो उस पर और भारी टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे व्यक्तिगत रूप से वादा किया था कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। हालांकि, भारत पहले ही ट्रंप के इस दावे का खंडन कर चुका है। इस ताजा धमकी के बाद भारत को अपना अगला कदम सोचना होगा।
ट्रंप ने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘उन्होंने मुझसे कहा- मैं रूसी तेल का काम नहीं करूंगा लेकिन अगर वे ऐसा करते रहे तो उन्हें भारी टैरिफ देना होगा।’ जब उनसे पूछा गया कि भारतीय सरकार ने कहा है कि उन्हें पीएम मोदी और ट्रंप के बीच ऐसी किसी बातचीत की जानकारी नहीं है तो उन्होंने जवाब दिया, ‘लेकिन वे ऐसा कहना चाहते हैं तो भारी टैरिफ देते रहेंगे।
इससे पहले भारत ने ट्रंप के उन दावों को खारिज कर दिया था जिनमें कहा गया था कि पीएम मोदी ने उनसे वादा किया था कि नई दिल्ली रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर देगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था, ‘मेरी जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कोई फोन पर बातचीत नहीं हुई थी।’ उन्होंने बताया कि पिछली बार ऐसी बातचीत 9 अक्टूबर को हुई थी।
जायसवाल ने भारत के राष्ट्रीय हितों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया था। उन्होंने समझाया कि ऊर्जा आयात की नीतियां अस्थिर वैश्विक बाजार में भारतीय उपभोक्ताओं के लिए स्थिरता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाई गई हैं। उन्होंने आगे कहा था, ‘स्थिर ऊर्जा कीमतों और सुरक्षित आपूर्ति को सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दोहरे लक्ष्य रहे हैं। इसमें बाजार की स्थितियों को पूरा करने के लिए हमारी ऊर्जा सोर्सिंग को व्यापक बनाना और उचित रूप से विविधता लाना शामिल है।’
यह स्पष्टीकरण तब आया था जब ट्रंप ने पत्रकारों से कहा था कि पीएम मोदी ने उन्हें पिछले दिन आश्वासन दिया था कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। उन्होंने मोदी को ‘दोस्त’ और ‘महान नेता’ बताया था। ट्रंप ने कहा था, ‘हम उनसे खुश नहीं थे कि वह रूस से तेल खरीद रहे थे क्योंकि इससे रूस को युद्ध को जारी रखने की अनुमति मिलती है।’ ट्रंप ने यह भी कहा था, ‘यह (प्रक्रिया) शुरू हो गई है। वह इसे तुरंत नहीं कर सकते।































