ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बक्शी का तालाब (बीकेटी) इलाके में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की प्रस्तावित नैमिष नगर आवासीय योजना को लेकर किसानों की उम्मीदें एक बार फिर जगी हैं। बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर किसानों के मुआवजे से जुड़ी समस्याओं को उनके सामने रखा। विधायक ने बताया कि एक ही योजना के तहत किसानों को अलग-अलग दरों पर मुआवजा दिया जा रहा है, जो उचित नहीं है।
विधायक योगेश शुक्ला ने बताया कि नैमिष नगर योजना में एलडीए द्वारा ग्राम सभा क्षेत्र में 81 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर और नगर पंचायत क्षेत्र में 1 करोड़ 25 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जा रहा है। एक ही परियोजना में अलग-अलग दरों के कारण किसानों को असमानता का सामना करना पड़ रहा है। विधायक ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि सभी किसानों को एक समान दर पर मुआवजा सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के हित में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी योजना में किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद किसानों को उम्मीद है कि एलडीए जल्द ही मुआवजा दरों में संशोधन करेगा और उन्हें बढ़ा हुआ मुआवजा मिलेगा। मुलाकात के दौरान विधायक ने क्षेत्र की अन्य समस्याओं पर भी मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया।
भू-माफियाओं पर सख्त कार्रवाई का निर्देश
बीजेपी विधायक योगेश शुक्ला ने बताया कि वार्ड इस्माइलगंज द्वितीय के बालाजीपुरम में भू-माफियाओं ने एक पार्क पर कब्जा कर लिया है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। यह पार्क पहले एक निजी बिल्डर द्वारा विकसित किया गया था, लेकिन बाद में कुछ लोगों ने अवैध रूप से ताला डालकर कब्जा कर लिया। इस मुद्दे पर सीएम ने जांच के बाद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
क्या है नैमिष नगर योजना?
नैमिष नगर योजना लखनऊ विकास प्राधिकरण की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो सीतापुर रोड पर विकसित की जा रही है। इस योजना के तहत लगभग तीन लाख लोगों को आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। इसके लिए 18 गांवों की करीब 1084 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई है, जिस पर लगभग 4785 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। बीकेटी तहसील के पुरवा गांव में साइट ऑफिस स्थापित किया गया है। योजना में चौड़ी सड़कें, पार्क, स्कूल, अस्पताल, जल निकासी, खेल मैदान, बारात घर, स्वास्थ्य केंद्र, तालाब, कब्रिस्तान, श्मशान और अन्य आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।































