ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में सरकार ने दिल्ली विस्फोट को जघन्य आतंकी घटना बताया।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने एक प्रस्ताव पारित कर कहा कि अपराधियों, उनके सहयोगियों और प्रायोजकों की पहचान कर उन्हें शीघ्र न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। यह भी कहा गया कि मंत्रिमंडल इस कायरतापूर्ण और घृणित कृत्य की निंदा करता है। प्रस्ताव के मुताबिक, मंत्रिमंडल भारत की आतंकवाद के सभी प्रारूपों के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराता है। मंत्रिमंडल ने मृतकों की स्मृति में दो मिनट का मौन भी रखा।
मंत्रिमंडल ने घटना की जांच तेजी और पेशेवर ढंग से करने के निर्देश दिए हैं। प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकार द्वार सर्वोच्च स्तर पर स्थिति की निगरानी लगातार की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार शाम को दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर एक धीमी गति से चल रही कार में भयानक विस्फोट हुआ था। शुरुआत में अधिकारियों ने नौ लोगों की मौत की पुष्टि की थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। बाद में पुलिस ने बताया कि तीन और लोगों की जान चली गई, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 12 हो गई। दिल्ली पुलिस ने इस जानलेवा धमाके के संबंध में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की । पूरे देश में छापेमारी चल रही है। राष्ट्रीय राजधानी हाई अलर्ट पर है। हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कई स्तरों पर कड़ी जांच चल रही है।
घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना : पीएम
धमाके में घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इस साजिश के पीछे जो भी लोग हैं उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।
– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री (एलएनजेपी में घायलों से मिलने के बाद एक्स पर पोस्ट किया)































