ब्लिट्ज ब्यूरो
इस्लामाबाद। प्रकाश पर्व के दौरान सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान की धार्मिक यात्रा पर जाने वाली भारतीय महिला सरबजीत कौर के लापता होने के मामले ने भारत के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। रिपोर्टों में कहा गया है कि पंजाब से गई सिख महिला ने इस्लाम धर्म अपना लिया है और पाकिस्तानी नागरिक से शादी कर ली है। कथित तौर पर महिला का निकाहनामा भी सामने आया है। इस खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इसे पाकिस्तान की बड़ी साजिश बताया गया है, जिसमें पाकिस्तानी खुफिया नेटवर्क तीर्थयात्रियों को व्यवस्थित पैटर्न के तहत निशाना बना रहा है।
पाकिस्तानी खुफिया नेटवर्क की यह रणनीति विवाह और जबरन धर्मपरिवर्तन का इस्तेमाल खुफिया जानकारी जुटाने और गड़बड़ी फैलाने के लिए करती है। मीडिया की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सरबजीत कौर सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं। शुरुआती जानकारी से पता चलता है कि उन्होंने पाकिस्तान की नई आबादी के शेखूपुरा में रहने वाले नासिर हुसैन से शादी कर ली है। निकाहनामे से पता चलता है कि सरबजीत कौर ने इस्लाम धर्म अपनाया है और उनका नाम नूर हुसैन हो गया है।
आईएसआई का प्लान
शेखूपुरा की मस्जिद ने निकाहनामा जारी किया है, जिसमें कहा गया है कौर की सहमति से यह हुआ है। हालांकि, शीर्ष खुफिया अधिकारियों का कुछ और ही मानना है। एक खुफिया सूत्र ने बताया कि यह शादी धर्मांतरण की आड़ में लक्षित भर्ती के पैटर्न का हिस्सा है। एजेंसियों ने इसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का एक सॉफ्ट पावर पैठ मॉडल कहा है।































